Joharlive Team
गुमला: कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग झारखंड सरकार के तत्वावधान में शुक्रवार को नगर भवन गुमला में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के शेष बचे लाभुकों का प्रथम किस्त की राशि का वितरण समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि गुमला विधायक शिवशंकर उरांव, जिला परिषद अध्यक्षा किरण माला बाड़ा, उपायुक्त शशि रंजन, उप विकास आयुक्त हरि कुमार केशरी, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, कृषि विपनन सचिव सह राज्य स्तरीय प्रतिनिधि रांची सुनीता चैरसिया ने प्रमुख रूप से अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
समारोह का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल गुमला विधायक शिवशंकर उरांव ने समारोह में उपस्थित सभी किसान बंधुओं को संबोधित करते हुए सबसे पहले उन्हें विगत दुर्गा पूजा की हार्दिक एवं मंगल शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस बात के हम सभी साक्षी हैं कि राज्य सरकार के नेतृत्व में जिस गति एवं क्षमता से राज्य के हित के लिए कार्य किए जा रहे हैं वैसा कार्य पहले कभी नहीं हुआ। श्री उराँव ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री के शपथ लेने के उपरांत उन्होंने 2016 में पूरे देश के किसानों को केंद्र में रखकर किसानों के हित के लिए एक अलग मंत्रालय एवं विभाग बनाने की सोची। ताकि किसानों के समस्याओं के निवारण के लिए उन्हें सहायता प्रदान की जा सके। इस विभाग के द्वारा प्रधानमंत्री ने यह तय किया कि वर्ष 2022 तक सभी किसानों की आय दोगुनी हो सके। उन्होंने कहा कि ऐसी लक्ष्य तय कर केंद्र सरकार लोगों के हित के लिए कार्य कर रही है। साथ ही केंद्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर राज्य सरकार भी हमारे राज्य के किसान बंधुओं के पारिवारिक आय में वृद्धि लाने के लिए सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं के पहले खेती के वक्त बीज के नहीं मिलने के कारण किसान बंधुओं को बीज मोल लेने तक को विवश हो जाते थे। फिर भी उन्हें बीज नहीं मिल पाता था। व पैसों के अभाव में बीज खरीदने के लिए किसानों को अपने मवेशियों, जानवरों इत्यादि को बेचनकर कुछ पैसों का बंदोबस्त हो पाता था। इन सब समस्याओं के कारण खेती का समय बीत जाता था। परंतु केंद्र एवं राज्य सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना के आने के बाद किसानों की इन तमाम समस्याओं से उन्हें अब छुटकारा मिल गया है।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण उपायुक्त शशि रंजन के द्वारा दिया गया। श्री रंजन ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 2 महीने पूर्व लॉन्च किए जाने की कड़ी में आज इसका दूसरा चरण है। उन्होंने पूरे गुमला जिले के किसानों को धन्यवाद देते हुए कहा कि अभी तक पूरे गुमला जिला में 1 लाख 20 हजार किसानों का निबंधन किया जा चुका है जो राज्य के अन्य बड़े-बड़े जिलों की तुलना में काफी ज्यादा है। जिसमें से प्रथम चरण में लगभग 38 हजार किसानों को कुल 20 करोड़ रूपये की राशि उनके खातों में डीबीटी के माध्यम से दी गई। वहीं आज 51 हजार किसानों के खातों में आज 26 करोड़ रूपये की राशि दी जा रही है। आप समझ सकते हैं कि कुल मिलाकर आज तक 90 हजार किसानों के खातों में राशि दिया जा चुका है। और ये प्रक्रिया यहां थमने वाली नहीं है। जितना किसान निबंधन के द्वारा इस योजना से जुड़ते जाएंगे उन सभी किसानों को इस योजना का लाभ हम पहुंचाते रहेंगे। इसके अलावे उन्होंने उपस्थित किसानों से अपील करते हुए कहा कि हमारे आंकड़ों के हिसाब से अब भी 20 से 30 हजार किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए जुड़ सकते हैं। तथा इसी माह आप अपने आसपास के लोगों को इस योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।
कार्यक्रम में उपस्थित जिला परिषद अध्यक्षा किरण माला बाड़ा ने समारोह में उपस्थित सभी कृषक बंधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुमला जिला बेहद गरीब जिला होने के कारण यहां के किसान अकसर पैसों एवं अच्छी खेती के अभाव में आत्महत्या का रास्ता चुनने को मजबूर हो जाते हैं। इस समस्या पर सरकार ने गहन चिंतन कर मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ किया। जिसके माध्यम से हमारे किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने में प्रयासरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि बिचैलियों के बहकावे में आकर जिन किसानों ने फॉर्म नहीं भरे व इस योजना का लाभ अब तक नहीं ले पाए हैं वे इन बिचैलियों के झांसे में न आते हुए पुनः फॉर्म को भरें व अधिक से अधिक संख्या में इस योजना से जुड़कर इसका लाभ उठाएं व अपने आसपास के लोगों को इसके प्रति जागरूक कर उन्हें भी इस योजना का लाभ लेने में उनकी सहायता करें। उन्होंने कहा कि जिन दिगभ्रमित करने वाले लोग यह कहते हैं कि योजना के बहाने सरकार किसानों से उनकी जमीन लूट लेगी, आज वैसे लोगों के लिए यहां उपस्थित आप सभी किसान बंधुओं के सामने यह प्रमाण है कि सरकार के द्वारा किसानों के खातों में राशि वितरण कर किसानों को इस योजना से लाभांवित किया जा रहा है न कि किसानों से उनकी जमीन छीनी जा रही है।
कार्यक्रम में शामिल झारखंड राज्य कृषि विपनन सचिव सह राज्य स्तरीय प्रतिनिधि सुनीता चैरसिया ने इ-नाम पोर्टल की विस्तृत जानकारी किसान बंधुओं के संग साझा किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एक पैन-इण्डिया इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है। यह कृषि उपजों के लिये एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण करने का सशक्त माध्यम है। कृषि उपज मण्डी से संबंधित सभी सूचनाओं और सेवाओं के लिये यह ई-नाम पोर्टल सिंगल विण्डो सेवा प्रदान कर रहा है। इ-नाम पोर्टल के तहत किसानों को मोबाईल फोन दिया जा रहा है। वहीं अबतक लगभग 50 हजार से अधिक किसानों को मोबाईव फोन दिया जा चुका है। उन्होंन बताया कि इसके लिए हमारे किसान भाइयों को जिला अवस्थित बाजार समिति में आकर अपना निबंधन करवाकर उनके खातों में मोबाईल फोन क्रय करने हेतु 2 हजार रूपये दिए जाएंगे। साथ ही मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत दिए जाने वाली राशि की जानकारी किसानों को एसएमएस के माध्यम से दी जा रही है। किसान बंधु जो अपना फसल उपजाते हैं उसके एवज में उन्हें उचित व दोगुने मूल्य मिले व समृद्ध हों तो वे ई-नाम पोर्टल से जुड़कर अपने फसलों को बेचें। जिससे वे अपनी उपज का अधिकतम मूल्य प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इससे जुड़ने के लिए किसान अपने जिले के अनुमण्डल पदाधिकारी व पनन सचिव से मिलकर इस पोर्टल की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर योजना का दोगुना लाभ उठा सकते हैं।
कार्यक्रम में बिशुनपुर प्रखंड से आए कृषक बंधु प्रशांत साहू ने उपस्थित किसानों संग अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि इस योजना के तहत मेरे खाते में प्रथम किस्त का राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। जिसके माध्यम से मैंने खेती के लिए खाद्य-बीज खरीदा और अब इस योजना का लाभ उठा रहा हूं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के द्वारा वैसे लाभुक जिनके खातों में राशि हस्तांतरित कर दी गई है के बीच में सांकेतिक प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया। समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता द्वारा किया गया। इसके अलावे समारोह का उपरांत किसानों का निबंधन भी किया किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गुमला विधायक शिवशंकर उरांव के अलावे, जिला परिषद अध्यक्षा किरण माला बाड़ा, उपायुक्त शशि रंजन, उप विकास आयुक्त हरि कुमार केशरी, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, झारखंड राज्य कृषि विपनन सचिव सह राज्य स्तरीय प्रतिनिधि सुनीता चैरसिया, जिला कृषि पदाधिकारी डॉ रमेश चन्द्र सिन्हा, परियोजना निदेशक आत्मा बंधनु उरांव, जिला 20 सूत्री के सदस्य सहित हजारों की संख्या में किसान बंधु व अन्य उपस्थित थे।