JoharLive Team

रांची। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के पेट्रोल पंप से बरामद 25.30 लाख मामले में गवाही देने रांची आये गुजरात के व्यवसायी नवीन पटेल रहस्मय ढंग से लापता हो गए। नवीन पटेल पेशे से टिंबर व्यवसायी है। नवीन रांची में गवाही देने के बाद लापता हुए है। मामला रांची पुलिस के पास पहुंचा, तो त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरु कर दी।

रांची पुलिस की जांच में व्यवसायी का अंतिम लोकेशन उत्तर प्रदेश के बरेली में मिला है। इसके बाद से रांची पुलिस को कोई दूसरा लोकेशन नहीं मिला है। रांची पुलिस के अधिकारी व्यवसायी के परिजनों से संपर्क में है।

रांची पुलिस की एक टीम उत्तर प्रदेश के लिए भी रवाना हो चुकी है। वहीं रांची पुलिस बरेली के पुलिस अधीक्षक के भी संपर्क में है। मोबाइल बंद होने से पूर्व व्यवसायी नवीन पटेल ने अपने परिजनों को एक सुसाइड नोट ऽभी भेजा है। जिसके बाद से परिजन काफी चिंतित है।

28 जुलाई को दर्ज करवाया था व्यवसायी ने बयान

पुलिस के अनुसार व्यवसायी नवीन ने 28 जुलाई को रांची पहुंच कर अपना बयान दर्ज करवाया था। रांची में बयान देने के बाद व्यवसायी को एनआईए ने मुक्त कर दिया था। इसके बाद 29 को एनआईए ने बयान का वेरिफिकेशन के लिए दोबारा बुलाया था, लेकिन वह नहीं आया। इसके बाद नवीन का मैसेज उनके परिजनों के पास पहुंचा। जिसमें सुसाइड करने से संबंधित मैसेज था। इसके बाद परिजनों ने रांची पुलिस को जानकारी देने कर खोजने का आग्रह किया है।

पीएलएफआई सुप्रीमो का पैसा 25.30 लाख हुआ था बरामद

नोटबंदी के समय बेड़ो से रेखा पेट्रोल पंप मालिक को 25.30 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने दावा किया था कि जब्त पैसे पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का था। पुलिस और एनआईए टेटर फंडिंग के नेटवर्क को तोड़ने में जुटी है। इसी सिलसिले में झारखंड में लगातार कार्रवाई होती रही और दिनेश गोप के कई ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी कर सामान व पैसे जब्त किया है। हालांकि, एनआईए की कार्रवाई अभी भी जारी है।

जबकि, सूत्रों की मानें तो दिनेश गोप एक करोड़ कालेधन को व्हाइट मनी बनाना चाहता था। जिसकी जानकारी एनआईए को मिली तो 10 नवंबर 2016 को 25.30 लाख रूपये पकड़ा था। यह रकम पेट्रोल पंप के मालिक नंद किशोर महतो तक कामडारा निवासी ठेकेदार यमुना प्रसाद ने पहुंचाया था।

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