नयी दिल्ली : आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने के साथ ही कर चोरी करने वालों के विरूद्ध की जा रही कार्रवाई से जीएसटी राजस्व संग्रह में भी बढोतरी का रूख बना हुआ है। इस वर्ष फरवरी में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.33 लाख करोड़ रुपये के पार रहा। जीएसटी लागू होने के बाद यह पांचवा ऐसा महीना है जिसमें जीएसटी राजस्व संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
वित्त मंत्रालय द्वारा आज यहां जारी जीएसटी संग्रह के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 133026 करोड़ रुपये रहा है जो फरवरी 2021 में संग्रहित 113413 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है। फरवरी 2020 में सहंग्रित राजस्व की तुलना में 26 फीसदी अधिक है। इस वर्ष जनवरी में यह राशि 140986 करोड़ रुपये रही थी।
इस वर्ष फरवरी में कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 133026 करोड़ रुपये रहा है। इसमें सीजीएसटी 24435 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 30779 करोड़ रुपये , आईजीएसटी 67471 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर 10340 करोड़ रुपये रहा है। आईजीएसटी में आयात पर जीएसटी 33837 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर में आयात पर जीएसटी 638 करोड़ रुपये शामिल है।
सरकार ने आईजीएसटी में से सीजीएसटी में 26347 करोड़ रुपये और एसजीएसटी में 21909 करोड़ रुपये दिया है। इस नियमित हस्तातंरण के फरवरी में केन्द्र और राज्यों को क्रमश: 50782 करोड़ रुपये और 52688 करोड़ रुपये मिले हैं।
सूत्रों का कहना है कि फरवरी 28 दिन का महीना था इसलिए जनवरी की तुलना में राजस्व संग्रह कम रहा है।