हरी मिर्च का तड़का लगते ही सब्जी और दाल का स्वाद दोगुना हो जाता है. वहीं सलाद और रायता में भी कच्ची हरी मिर्च डालते ही उसका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है. कहने को तो ये एक मामूली सब्जी है लेकिन असरदार बहुत है. क्या आपको पता है कि हरी मिर्च की खासियत सिर्फ उसका तीखापन ही नहीं है. खाने को स्वादिष्ट बनाने के अलावा यह सेहत को पोषण भी देती है. हरी मिर्च में अधिक मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है जो कि शरीर की इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाता है. इसके अलावा यह हार्ट संबीधी रोगों के खतरे को भी कम करता है. आइए आपको बताते हैं हरी मिर्च खाने के फायदें के बारे में.
-हरी मिर्च न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि ये शरीर को हेल्दी भी रखती है. इसमें जीरो कैलोरी होती है. हरी मिर्च के नियमित सेवन से शरीर का मेटाबॉलिज्म दुरुस्त रहता है.
-हरी मिर्च में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जिनकी वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. हरी मिर्च खाने से प्रोस्टेट संबंधी रोग होने की संभावना भी कम हो जाती है.
-हरी मिर्च खाने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है और रक्त-संचार सुचारू रूप से होता है. इसकी वजह से खून के थक्के नहीं बनते और हार्ट संबंधी रोगों का खतरा कम हो जाता है.
-हरी मिर्च में कैप्सीसिन नामक तत्व होता है, जो स्वाद में तो तीखा होता है, मगर दिमाग के एक हिस्से हाइपोथैलेमस पर असर करते ही शरीर के तापमान को कम कर देता है. यही वजह है कि भारत की सबसे गर्म जगहों में भी हरी मिर्च का भरपूर सेवन किया जाता है.
-हरी मिर्च में पाया जाने वाला कैप्सीसिन रक्त संचार को संतुलित रखता है, जिसकी वजह से सर्दी-जुकाम और साइनस इन्फेक्शन का खतरा कम रहता है. सर्दी-जुकाम होने पर हरी मिर्च खानी चाहिए. जुकाम से राहत मिलती है.
-हरी मिर्च में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जिनकी वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. हरी मिर्च खाने से प्रोस्टेट संबंधी रोग होने की संभावना भी कम हो जाती है.
-हरी मिर्च खाने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है और रक्त-संचार सुचारू रूप से होता है. इसकी वजह से खून के थक्के नहीं बनते और हार्ट संबंधी रोगों का खतरा कम हो जाता है.
-हरी मिर्च में कैप्सीसिन नामक तत्व होता है, जो स्वाद में तो तीखा होता है, मगर दिमाग के एक हिस्से हाइपोथैलेमस पर असर करते ही शरीर के तापमान को कम कर देता है. यही वजह है कि भारत की सबसे गर्म जगहों में भी हरी मिर्च का भरपूर सेवन किया जाता है.
-हरी मिर्च में पाया जाने वाला कैप्सीसिन रक्त संचार को संतुलित रखता है, जिसकी वजह से सर्दी-जुकाम और साइनस इन्फेक्शन का खतरा कम रहता है. सर्दी-जुकाम होने पर हरी मिर्च खानी चाहिए. जुकाम से राहत मिलती है.
-हरी मिर्च खून में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित रखती है. इसलिए अगर आपको डायबिटीज है तो हरी मिर्च को तुरंत अपने भोजन में शामिल कर लें.
-हरी मिर्च में आयरन अधिक मात्रा में पाया जाता है. इसलिए आयरन की पूर्ति के लिए हरी मिर्च का सेवन करना चाहिए.
-हरी मिर्च का सेवन ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करता है.