रांची। सरायकेला जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र से अपहृत बुजुर्ग रामजी प्रसाद को रांची पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। गम्हरिया पुलिस की सूचना पर नामकुम थाना की पुलिस ने यह कार्रवाई की। इस दौरान नामकुम पुलिस ने अपहरणकर्ता बुजुर्ग के पौते समेत अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। आज सुबह रांची पुलिस की कार्रवाई में यह सफलता हासिल हुई है। रांची पुलिस ने बुजुर्ग को सकुशल बरामद करने के बाद गम्हरिया पुलिस के हवाले सौंप दिया है।
मालूम हो कि गम्हरिया थाना पुलिस की सूचना पर राँची के नामकुम थाना पुलिस ने बुजुर्ग को ले जा रही स्कॉर्पियो को चेकिंग के दौरान रोका।स्कॉर्पियो संख्या बीआर 0एएफ/7415 को रोककर पुलिस ने जांच की तो उसमें बुर्जुग समेत पाँच लोग सवार थे। जांच में पता चला यही गाड़ी है जिसमें अपहरण करने की सूचना मिली थीं।
गाड़ी में एक बुजुर्ग और चार युवक सवार थे। नामकुम थाना पुलिस ने सभी को थाना लेकर आई और बरामदगी की सूचना गम्हरिया थाना पुलिस को दे दी। इसके बाद पूछताछ में पता चला कि दादा रामजी प्रसाद उम्र 74 वर्ष को उनका अपना पोता सोनू कुमार पने अन्य सहयोगी के साथ मिलकर अपहरण कर ले जा रहा था।
चार बीघा जमीन को लिखवाना था दादा से
पूछताछ में रामजी प्रसाद ने बताया कि उनकी दो शादी हुई थी। जिसमें पहली में बेटा और दूसरी में बेटी हुई थी। गांव घनगांव जिला जहानाबाद में बहुत दिनों से जमीन का विवाद चल रहा था। जमीन विवाद को लेकर भाई बहन में हमेशा विबाद हो रहा है।
वहीं उसकी बेटी ने उन्हें पास लेकर गम्हरिया लेकर चला आया। बेटी पिता को गांव से ले आया ताकि पिता जमीन भाई या पोते को ना लिख दें।रामजी प्रसाद ने बताया कि 4 बीघा जमीन है जिसमे उसके साढू और बेटे की नजर है। जमीन की रजिस्ट्री पोता के नाम करने कहा जाता है। वहीं बेटी को हिस्सा नहीं देना चाहता है। इसलिए हमेशा विवाद होते आ रहा है।
पकड़कर गाड़ी में फेंक दिया और भाग निकला
बुजुर्ग रामजी प्रसाद ने बताया कि उसके पोते और उसके साथ आये लोगों ने सुबह 7 बजे के करीब उसे उठाकर स्कॉर्पियो में फेंक दिया और लेकर जाने लगा। रास्ते मे उसे लगा अब मर जायेंगे। मुँह ढक दिया था।पोते से कहा मर जायेंगे, तो फिर मुंह से कपड़ा हटाया। उसके बाद कुछ देर बाद देंखे पुलिस ने गाड़ी रूकवाया और थाना लेकर आया तब मेरा जान में जान आया है।
प्रसाद ने बताया कि उन्हें जबरन 4 बीघा जमीन की रजिस्ट्री कराने ले जा रहा था। इधर, पोता सोनू कुमार पिता कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि दादा को अपने गांव धनागावां,जहानाबाद ले जा रहा था।इसी बीच उसके फुआ ने गम्हरिया थाना में सूचना दे दी कि मेरे पिता का अपहरण कर ले जा रहा है। जिससे नामकुम थाना पुलिस ने रोका है। उसने ये भी बताया कि उसकी फुआ ही दादा को बंधक बनाकर रखा है।