Joharlive Team
रांची। झारखंड से करोड़ों की खनिज संपदा लूट प्रकरण में ग्रैंड कंपनी के बारे में आज फिर एक नया खुलासा करने जा रहे है। दरअसल, गैं्रड कंपनी को जो जमीन लीज पर तत्कालीन उपायुक्त सुलेख बाखला ने तबादले के बाद पूर्व की तिथि में हस्ताक्षर के बाद मिला, उससे भी कंपनी का पेट नहीं भरा। कंपनी ने प्राप्त लीज जमीन के बावजूद अगल-बगल के प्लॉट से अवैध उत्खनन करना शुरु कर दिया। इस पूरे गोरखधंधा का खुलासा उपायुक्त, पाकुड़ के द्वारा समर्पित तीन रिपोर्ट से होता है। यह तीनों रिपोर्ट अलग-अलग तिथि को जारी हुआ है। तीनों में उपायुक्त द्वारा जांच में बताया गया है कि कैसे कंपनी द्वारा अवैध उत्खनन कर करोड़ों रूपये लूटा है। अगर देखा जाये, तो तीनों खनन पट्टों पर की गई अवैध उत्खनन की चोरी का कुल किमत लगभग 9 करोड़ रुपये होती है।
क्या लिखा है उपायुक्त ने तीनों रिपोर्ट में
जांच रिपोर्ट में लिखा है कि मौजा गोलपुर के प्लॉट संख्या 298 रकबा 3133 एकड़ से संबंधित है। इस खनन पट्टे पर 31,75,800 रुपये का अवैध उत्खनन किया गया था। इस रिपोर्ट में खनन पट्टे का नक्शा भी दिया गया है। जिसमें स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है कि किस प्रकार अवैध उत्खनन हुआ है।
वहीं दूसरी रिपोर्ट उपायुक्त के कार्यालय के पत्रांक 1563/ एम के द्वारा निर्गत की गयी है। इस रिपोर्ट में मौजा गोलपुर के प्लॉट नंबर 693 रकबा 23 एकड़ से संबंधित है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि इस पट्टे पर 6,83,80,798 रूपये का अवैध उत्खनन गैं्रड कंपनी द्वारा की गयी। इस रिपोर्ट में भी खनन पट्टे का चित्र उपलब्ध है, जिससे स्पष्ट पता चलता है कि किस प्रकार बड़े पैमाने पर पत्थर की चोरी अवैध उत्खनन के माध्यम से हुई है।
जबकि, तीसरी रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय के पत्रांक 1564/ एम के द्वारा निर्गत हुई है। यह रिपोर्ट मौजा गोलपुर के प्लॉट संख्या 637 रकबा 6.20 एकड़ एवं 833 एकड़ से संबंधित है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि कंपनी द्वारा 1,46,87,079 रुपये का अवैध उत्खनन किया गया है।
तबादला के बाद उपायुक्त ने एक ही दिन में दिया था 3-3 लीज
अवैध खनन लूट मामले में सबसे बड़ी बात गौर करने की यह है कि तत्कालीन उपायुक्त सुलेख बाखला ने एक ही दिन में तीन-तीन लीज को हस्ताक्षर कर कंपनी को जमीन सौंप दिया था। यह मामला दिसंबर 2015 में पाकुड़ जिला के पाकुरिया प्रखंड अंतर्गत गोलपुर मौजा में अवस्थित सरकारी जमीन है। तीनों जमीन एक ही दिन लीज पर अलग-अलग इकरारनामा के माध्यम से लिया गया था। इनके प्लॉट नंबर 298, रकबा करीब 31 एकड़, प्लॉट नंबर 63, रकबा करीब 23 एकड़ एवं प्लॉट संख्या 56 रकबा करीब 35.66 एकड़ है। कुल यह जमीन लगभग 90 एकड़ है, जो एक ही दिन में लीज से प्राप्त हुआ था।