रांची। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि सफलता का मूल्य मेहनत है। किसी भी कार्य में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के बाद जीतने और हारने का मौका भी आपके हाथों में है। सफलता के लिए विश्वास, विश्वास के लिए दृढ़ संकल्प, संकल्प के लिए शांति और शांति के लिए सृजनशीलता होना जरूरी है। जीवन में सफल होने के लिए आपका जुझारू होना जरूरी है। आप उस पत्थर तोड़ने वाले की तरह बनिए, जो चट्टान पर लगातार वार कर टुकड़े कर देता है।
राज्यपाल शुक्रवार को बीआईटी मेसरा के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि परीक्षा सिर्फ आपके जीवन का एक हिस्सा है, इसे ज़िंदगी न बनायें। परीक्षा में असफल होने पर चिंता करने के बजाय, अपनी गलतियों से सीखकर आगे बढ़ने की कोशिश करें। मेहनत सफलता का ईंधन है, इसलिए मेहनत करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आग जलते रहने के लिए कोयले की जरूरत पड़ती है, ठीक उसी प्रकार जीवन में सफल और आगे बढ़ते रहने के प्रति मोटिवेशन होना चाहिए। मेहनत हमेशा रंग लाती है, लेकिन आपको विश्वास होना चाहिए कि मैं किसी भी काम को कर सकता हूँ। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा प्राप्त करने का उद्देश्य अच्छे नागरिक बनना और उसके बाद व्यक्तिगत एवं पेशेवर जीवन में सफल व्यक्ति बनना होता है। हम बिना अच्छी शिक्षा के अधूरे हैं।
उन्होंने कहा कि नदी जब निकलती है तो सागर तक पहुंचने का कोई नक्शा नहीं होता है। नदी बिना नक्शे के सागर तक पहुंच जाती है। क्योंकि, वह निरंतर आगे बढ़ती रहती है। इसलिए आपको भी सफलता तक पहुंचने के लिए नदी की तरह निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए। अगर आप बिना रुके निरंतर बढ़ते रहते हैं, तो सफलता आपको मिलनी ही है। उन्होंने कहा कि ज़िंदगी में जीत और हार तो हमारी सोच बनाती है। शिखर पर पहुंचने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता। सफलता सही समय और सही दशा में ही मिलती है।