Joharlive Team
रांची। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी को तलब कर राज्य में कोरोना संक्रमण और बचाव को लेकर फैल रहे भ्रम की स्थिति की जानकारी ली। राज्यपाल ने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की है कि बहुत से लोग ऐसा भ्रम पाल चुके हैं कि झारखंड से कोरोना समाप्त हो गया है, जबकि सच यह है कि हर दिन लोग संक्रमित हो रहे हैं और लोगों की जान भी जा रही है। बहुत से लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं। सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमें नागरिकों को समझाना होगा कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आती, तब तक परहेज ही इसका उपचार है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने को कहा है।
राज्यपाल ने प्रधान सचिव से गोड्डा में कार्यरत डॉक्टर विजय कृष्ण श्रीवास्तव के संदेहास्पद मृत्यु के संबंध में भी चर्चा की।उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मी को ससमय वेतन न मिलना न्यायसंगत नहीं है, वर्तमान में देश की जनता इन कोरोना योद्धाओं के साथ है, उनके उत्साह को बढ़ा रही है और उनके प्रति अपना आभार प्रकट कर रही है, फिर भी ऐसे समय में एक डॉक्टर की संदेहास्पद मृत्यु का एक बड़ा कारण आर्थिक तंगी होना अत्यन्त संवेदनहीन है। उन्होंने इस दिशा में संवेदनशीलता से ध्यान देने को कहा है।
प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे उपाय और हालिया व्यवस्था की पूरी जानकारी राज्यपाल को दी। जागरूकता अभियान के बाबत राज्यपाल के सुझावों पर अभिलंब अमल करने का भरोसा दिलाया। 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने देश के नाम अपने संबोधन में देश की जनता से आग्रह किया था कि अभी कोरोना वायरस है, इसलिए हर मोर्चे पर सावधानी बरतने की जरूरत है, अगर ऐसा नहीं हुआ तो हालात बद से बदतर हो सकते हैं।