रांची। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि हमें किसी भी कार्य को निश्चित समय सीमा में करने का प्रयत्न करना चाहिए। वे गुरुवार को राजभवन में झारखंड लोक सेवा आयोग के प्रथम सीमित प्रतियोगिता परीक्षा के परीक्ष्यमान पदाधिकारियों से संवाद कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आप लोग विभिन्न सेवाओं से आये हैं, आपको अपने रिजल्ट के लिए लम्बे समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। मैं आपकी पीड़ा को समझ सकता हूं। हमें किसी भी कार्य को निश्चित समय सीमा में करने का प्रयत्न करना चाहिए। साथ ही कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से भेंट के क्रम में न्यायालय में लंबित वादों का शीघ्र निबटारा करने पर भी चर्चा हुई है।
राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि आप सभी जनसेवा के लिए तत्पर रहें। लोगों को आप सबसे बहुत अपेक्षाएं रहती हैं। आपको क्षेत्र में जाकर वास्तविक व जमीनी हकीकत से अवगत होना होगा। आपकी इस कार्यप्रणाली से लोगों को उनका यथोचित लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि वे अल्पावधि में सड़क मार्ग से 16 जिलों का दौरा कर चुके हैं। सड़क मार्ग से दौरा करने से जमीनी हकीकत का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि विगत दिनों लातेहार, पलामू एवं गढ़वा जिला के भ्रमण के दौरान पीवीटीजी से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत होकर उसके निराकरण के लिए पहल की गई। पलामू जिला में पानी की समस्या को दूर करने के लिए सिंचाई विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई एवं लंबित योजनाओं को पूर्ण करने की दिशा में पहल करने के लिए निर्देश भी दिया गया।
राज्यपाल ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण घर बैठे नहीं किया जा सकता है। प्रशिक्षु अधिकारियों की नियुक्ति क्षेत्रीय कार्यालयों में होगी। आशा है कि नियुक्ति के पश्चात आप अपने क्षेत्रों और वहां की समस्याओं के संदर्भ में अच्छी तरह जानकर उसे दूर करने की दिशा में कार्य करेंगे। विगत 18 वर्षों की पीड़ा को भूल कर समाज की सेवा में अपना योगदान दें। इस दौरान राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी, मुकेश कुमार, मीणा सहित परीक्ष्यमान पदाधिकारी उपस्थित थे।