रांची। चतरा जिला के प्रतापपुर-कुंदा थाना क्षेत्र के सिकिद बलही जंगल में मुठभेड़ के दौरान घायल सीआरपीएफ 190 बटालियन के जवान चितरंजन कुमार की मौत हो गयी। शहीद जवान को सीआरपीएफ कैम्प में श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर राज्यपाल रमेश बैश, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, डीजीपी नीरज सिन्हा, एडीजी अभियान संजय लाटेकर, आईजी ऑपरेशन अमोल वी. होमकर समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
मालूम हो कि बीते देर रात करीब 12.30 बजे जवान चितरंजन ने अंतिम सांस मेडिका अस्पताल में ली। डॉक्टरों ने काफी बचाने का प्रयास किया, लेकिन बचा न सकें।
मुठभेड़ के दौरान लगी थी गोली
सुरक्षाबलों की मुठभेड़ रिजिनल कमिटी सदस्य अरविंद भुइँया और सब जोनल मनोहर गंझू दस्ते से हुई थी। दोनों तरफ से लगातार फायरिंग चल रही थी। गोली लगने के बाद गंभीर अवस्था में चितरंजन को इलाज के लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र भेजा गया था। जहाँ से बेहतर इलाज के लिए रांची लाया गया था। जवान चितरंजन को पैर और कमर में गोली लगी थी।
नक्सल अभियान पर निकली थी सीआरपीएफ 190 बटालियन और जिला पुलिस
नक्सल विरोधी अभियान पर सीआरपीएफ 190 बटालियन और जिला पुलिस की टीम निकली थी। इसी दौरान सिकिद बलही जंगल में एमसीसी नक्सलियों से मुठभेड़ शुरू हो गयी। मुठभेड़ के दौरान कई नक्सलियों को भी गोली लगी है। वहीं, नक्सलियों की गोली चितरंजन नामक एक जवान को लगी है। जिसके बाद उसे आनन-फानन में जंगल से बाहर निकाला गया और इलाज के लिए अस्पताल ले गया है।