लखनऊ: यूपी सरकार ने अयोध्या में नवनिर्मित राम पथ के कई हिस्सों में सड़क टूटने और जलभराव के बाद लापरवाही के आरोप में स्थानीय निकाय के छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही सरकार ने अहमदाबाद की एक कंपनी को नोटिस भी जारी किया है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई. जिसके कारण रामपथ पर कई जगहों पर सड़क टूट गये और जलभराव भी हुआ.

जिसके बाद लापरवाही के आरोप में छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. जिसमें पीडब्ल्यूडी के 3 और जल निगम के तीन अधिकारी शामिल हैं. वहीं आदेश में यह भी कहा गया है कि राम पथ की ऊपरी परत निर्माण के कुछ समय बाद ही क्षतिग्रस्त हो गई थी, जो काम में लापरवाही को दर्शाता है. और इससे आम लोगों के बीच यूपी सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा है.

इसके साथ ही सरकार ने अहमदाबाद की एक कंपनी को भी नोटिस जारी किया है. सरकार की इस कार्रवाई के बाद फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि अगर राम पथ की सड़कें अच्छी बनी होती तो गड्ढे भरने की जरूरत नहीं पड़ती. दुनिया भर से लोग अयोध्या आते हैं, राम पथ का घटिया निर्माण हम सभी के लिए शर्म की बात है. राम पथ में गड़बड़ी से राम का नाम बदनाम हो रहा है.

श्रीराम अस्पताल कीचड़ और गंदगी से भरा हुआ है और अस्पताल से बदबू आ रही है. उन्होंने कहा कि राम पथ और सीवर लाइन के निर्माण में कथित अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. यह एक बड़ा मुद्दा है. राम के नाम पर लूट की जा रही है. 

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