रांची: मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल के सस्पेंड करने की तैयारी की जा रही है. उनके न्यायिक हिरासत में जाने की सूचना के बाद सरकार उन्हें निलंबित करने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की सहमति के बाद उन्हें निलंबित कर दिया जायेगा. चूंकि वह झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं, ऐसे में कार्मिक विभाग द्वारा उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी किया जायेगा.
बता दें कि 6 मई सोमवार को संजीव लाल और जहांगीर आलम के आवास पर इडी ने छापामारी की थी. छापामारी में करोड़ों रुपये बरामद किये गये थे. जिसके बाद ईडी ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं मंगलवार को ईडी ने उनदोनों को कोर्ट में पेश किया.
जहां रिमांड पिटीशन दायर कर ईडी ने अदालत को बताया गया कि ग्रामीण विकास विभाग की विकास योजनाओं में 15% की दर से कमीशन की वसूली होती है. संजीव लाल टेंडर मैनेज कर कमीशन की रकम वसूलता है. वसूली के लिए बने सिस्टम में इंजीनियर और ठेकेदार शामिल है. कमीशन की रकम जहांगीर आलम के पास रखी जाती है और यह राशि बड़े अफसरों और नेताओं तक जाती है.
यह भी बताया कि संजीव लाल ने जहांगीर के नाम पर गाड़ी भी खरीदी है. इससे जहांगीर और संजीव के बीच गहरे संबंध होने की पुष्टि होती है. बता दें कि झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव कुमार लाल फिलहाल ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के सरकारी निजी सहायक है. इससे पहले वह दो-दो मंत्रियों के सहायक रह चुके हैं.