Joharlive Desk
पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायक पद से आज इस्तीफा देने के बाद मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में 11 साल के बाद वापस आए पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि देश में दबे-कुचले लोगों के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही।
श्री रजक ने यहां राजद विधानमंडल दल की नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10, सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास पर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की मौजूदगी में आयोजित मिलन समारोह में जदयू से नाराजगी पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि देश में दबे-कुचले लोगों के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही। बिहार की नीतीश सरकार विकास के नाम पर केवल दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा कि जहां सामाजिक न्याय की हत्या हो रही है वहां वह किसी हाल में नहीं रह सकते थे।
राजद नेता ने कहा कि उन्हें मंत्री पद का कभी भी लालच नहीं रहा। वह जदयू में रहते हुए कई बार संगठन और सरकार के कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री श्री कुमार से मिलने के लिए समय मांगते रहे लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया।
श्री रजक ने कहा कि जदयू पार्टी के संविधान को भी नहीं मान रहा है। पार्टी संविधान की धारा 19 में स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि किसी भी नेता को बगैर कारण बताओ नोटिस जारी किए निष्कासित नहीं किया जा सकता है। उनके मामले में जदयू ने अपने संविधान के प्रावधान का उल्लंघन किया है और बगैर कारण बताओ नोटिस के ही उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी।