Govardhan Puja 2024 : आज 2 नवंबर को गोवर्धन पूजा का महोत्सव मनाया जा रहा है. वैदिक पंचांग के अनुसार, यह उत्सव कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है. इस दिन विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है, जिससे भक्तों के सभी दुख दूर होते हैं.
शुभ मुहूर्त
इस वर्ष कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 1 नवंबर 2024 को शाम 6:16 बजे से आरंभ होकर 2 नवंबर को रात 8:21 बजे समाप्त होगी. उदयातिथि के अनुसार गोवर्धन पूजा आज मनाई जाएगी.
गोवर्धन पूजा विधि
- स्नान: सबसे पहले शरीर पर तेल की मालिश करके स्नान करें.
- चित्रण: घर के मुख्य द्वार पर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत का चित्र बनाएं और उसके चारों ओर ग्वालपाल और पौधों की आकृतियाँ बनाएँ.
- स्थापना: गोवर्धन पर्वत के मध्य भगवान कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें.
- पूजा: गोवर्धन पर्वत और भगवान कृष्ण की पूजा करें और अपनी इच्छाओं की प्रार्थना करें.
- भोग अर्पित करें: अंत में, भगवान कृष्ण को पंचामृत और विभिन्न पकवानों का भोग अर्पित करें.
पूजन सामग्री
गोवर्धन पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में शामिल हैं: थाली, रोली, अक्षत, बताशा, धूप, दीप, कलश, केसर, नैवेद्य, मिठाई, गंगाजल, पान, फूल, दही, शहद, फूलों की माला, खीर, सरसों के तेल का दीपक, गाय का गोबर, गोवर्धन पर्वत की तस्वीर, श्रीकृष्ण की प्रतिमा या चित्र, और गोवर्धन पूजा की कथा की पुस्तक. इस दिन जो भक्त गोवर्धन पर्वत की पूजा करते हैं, उन्हें विशेष फल की प्राप्ति होती है.