गिरिडीह : गुगल मैप के माध्यम से तीन दोस्त बाइक से हजारीबाग जा रहे थे लेकिन गूगल मैप के कारण वो रास्ता भटक गया और वो गिरिडीह के उसरी नदी पहुंच गया। बारिश के बाद उसरी नदी में पानी का तेज बहाव है। रविवार रात बाइक सवार तीन युवक नदी को पार कर रहे थे उसी बीच वो बह गए। एक ने तैर कर अपनी जान बचाई, बांकि दो युवक अब भी लापता हैं। तीनों युवक हजारीबाग के रहने वाले हैं। घटना गिरिडीह शहर के बरगंडा उसरी नदी पर बनाए जा रहे नया पुल के समीप की है।
हजारीबाग के रहने वाले हैं तीनों युवक
बताया जाता है कि रविवार देर रात को हजारीबाग के तीन युवक शंकर, मनीष और आनंद बेंगाबाद से हजारीबाग जाने के क्रम में मोबाइल लोकेशन के आधार पर निर्माणाधीन नया पुल के समीप पहुंच गए। इस दौरान जब तीनों को आगे जाने के लिए कोई रास्ता नहीं मिला और वहां पुल बनते देख सबसे पहले शंकर ने बाइक से उतर कर नदी में पानी की धारा नापने लगा। तभी शंकर पानी के तेज बहाव में बह गया।
दोस्त को बचाने के चक्कर में पानी में बह गए दो दोस्त
शंकर को पानी के तेज बहाव में बहते देख उसके दो अन्य साथी मनीष और आनंद भी पानी में उतर गए और शंकर की खोजबीन करने लगे इसके बाद मनीष और आनंद भी पानी के तेज बहाव में बहने लगे। शंकर ने किसी तरह तैरकर अपनी जान बचाई, लेकिन मनीष और आनंद पानी के तेज बहाव में बह गए।
दोनों युवकों की गोताखोरों की टीम कर रही तलाश
इधर मामले की जानकारी मिलने के बाद मुफस्सिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान और नगर थाना प्रभारी आरएन चौधरी पुलिस बलों के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। फिलहाल, लापता दोनों युवक मनीष और आनंद की खोजबीन के लिए खंडोली से गोताखोरों की टीम को बुलाया गया है, जो लगातार दोनों युवकों की तलाश कर रहे हैं। घटना स्थल पर लोगों की भीड़ लगी हुई है।
डूबने पर राज्य सरकार ने क्या किया है एलान ?
इससे पहले राज्य सरकार ने एलान किया था कि अब से कुआं, तालाब या नाला आदि में भी डूबने से मृत्यु होने पर आश्रितों को अनुग्रह राशि मिलेगी। राज्य सरकार द्वारा ‘पानी में डूबने’ की घटना को राज्य की विशिष्ट स्थानीय आपदा घोषित करने से केंद्रीय गृह मंत्रालय के आपदा प्रबंधन प्रभाग द्वारा 10 अक्टूबर 2022 द्वारा जारी मापदंड की संशोधित सूची के अनुसार सहायता राशि प्रदान की जाएगी।