रांची। झारखंड पुलिस ने विभाग के एक पदाधिकारी को नया जीवनदान दिया है। यह जीवनदान एएसआई स्तर के पदाधिकारी रजनीकांत को मिली है। पुलिस विभाग ने एक मोटी रकम जुटा कर एएसआई रजनीकांत का दोनों लंग्स ट्रांसप्लांट कराया है। एएसआई ने रांची, पटना समेत कई बड़े राज्य के अस्पताल में अपना इलाज कराया। मगर, उनकी दिन पर दिन स्वास्थ्य बिगड़ती ही जा रही थी। फिर, उन्हें लंग्स बदलवाने को लेकर सुझाव दिया गया। लेकिन, उसमें सबसे बड़ी बात पैसे का सामने आया। एक एएसआई स्तर के पदाधिकारी के लिए 60 लाख बहुत बड़ी बात थी।
फिर पुलिस विभाग और सहयोगी सामने आया। इसके बाद सभी की मदद से पूरी रकम का व्यवस्था हुआ और सफलतापूर्वक रजनीकांत का दोनों लंग्स ट्रांसप्लांट हुआ है। यह सफल ऑपेरशन सिकंदराबाद के किम्स में हुआ है। फिललाल रजनीकांत की स्थिति पहले बेहतर है। इधर, रजनीकांत ने बातचीत में कहा कि पुलिस विभाग का पूरी जिंदगी कर्जदार रहूंगा। संक्रमित होने से दोनों लंग्स बदलाने तक कि प्रक्रिया बहुत कठिन था। लेकिन, विभाग और परिवार के लोगों ने कमजोर होने नहीं दिया। आर्थिक मदद के समय विभाग सामने आया और मेरी मदद की।
दो बार संक्रमित हुआ रजनीकांत
रजनीकांत बताते हैं कि पहली बार 31 जुलाई 2020 को ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित हुए थे। संक्रमण के कुछ माह बाद 8 अगस्त को रिपोर्ट नेगेटिव आया तो ड्यूटी पर लौट आए। इसके बाद दोबारा 23 अगस्त को दोबारा करोना ने अपनी गिरफ्त में ले लिया, जिसके बाद 3 सितंबर को उनकी रिपोर्ट एक्टिव इस दौरान वह पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो पाए थे इसके 4 माह बाद एम्स पटना में उनका इलाज चला। वहां भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ तो फिर दिल्ली स्थित एम्स चले गए।
इससे पूर्व उन्होंने कहा कि करोना काल के दौरान उनकी ड्यूटी सबसे बड़े क्वॉरेंटाइन सेंटर खेलगांव में उनकी ड्यूटी लगी थी। इसी जगह पर सेवा करने के दौरान पहली बार संक्रमित हुए थे। जहां से उन्हें इलाज के लिए जगन्नाथपुर क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था।