रांची: नीट 2024 के लिए छात्रों के पास मात्र 75 दिन शेष रह गए है. ऐसे में मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह जानना आवश्यक हो जाता है कि अंतिम समय में अपने तैयारी को अंतिम रूप कैसे दे. छात्रों के इन्हीं उलझनों को सुलझाने के लिए गोल इन्स्टीट्यूट द्वारा होटल रोयलशन, लालपुर, रांची में सेमीनार का आयोजन किया गया. जिसमें गोल के एक्सपर्टस के साथ-साथ गोल संस्थान के पूर्ववर्ति सफल छात्रों ने नीट 2024 की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता के महत्वपूर्ण टिप्स दिए. इस समारोह में हजारों छात्र और अभिभावक सम्मिलित हुए.

छात्रों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सिंह ने छात्रों को निम्नलिखित सुझाव देते हुए कहा कि अंतिम समय में छात्रों को संयमित होकर अपने लक्ष्य के लिए लगातार प्रयास करने से सफलता सुनिश्चित होगी.

  • समय का प्रबंधन करते हुए प्रतिदिन 10 घंटे या ज्यादा की पढ़ाई करें.
  • पॉजिटिव सोच एवं आत्म विश्वास के साथ प्रयास करें.
  • एन॰ सी॰ ई॰ आर॰ टी॰ की पुस्तक को तैयारी के मुख्य केन्द्र में रखें.
  • प्रत्येक चैप्टर के प्रश्नों से अभ्यास करें.
  • डाउट्स वाले प्रश्नों के लिए शिक्षक एवं डिस्कशन का मदद लें.
  • सही समय अंतराल पर बार-बार रिविजन करें.
  • टेस्ट के माध्यम से अपने गलतियों को जानें एवं लगातार उसे सुधारने की कोशिश करें.
  • सही एवं जानकार व्यक्ति की निगरानी में सही दिशा निर्देश को फॉलो करें.

छात्रों को सफलता का महत्वूपर्ण टिप्स देते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि अंतिम समय में छात्र किसी नए पुस्तक को पढ़ने से बचें और निगेटीव स्कोर को कम करने के लिए पर्याप्त रिविजन एवं प्रैक्टिस करें. प्रत्येक दिन छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर उसे एचीव करने से बड़ा लक्ष्य आसानी से पा सकते हैं. योगा प्राणायाम एवं सकारात्मक सोच से अपने तन एवं मन को स्वस्थ रखते हुए पढ़ाई करें. अंतिम समय में पर्याप्त नींद लें और प्रत्येक दिन उसे पिछले दिन से बेहतर बनाने का प्रयास करें.

गोल इन्स्टीट्यूट में पढ़ाई कर सफलता पाकर राजेंद्र इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स), रांची में पढ़ाई कर रहे नीट 2023 के शुभम – मार्क्स 650, सुरभि – मार्क्स 648, अक्षरा, अभिलाषा एवं अनुष्का तथा नीट 2022 के रविशंकर एवं शुशांत ने अपने तैयारी के दौरान के अनुभवों को साझा किया एवं कहा कि गोल संस्थान द्वारा मिल रहे दिशा-निर्देश को अगर ईमानदारी पूर्वक फॉलो करें तो सफलता सुनिश्चित है.

गोल इन्स्टीट्यूट के आर एण्ड डी हेड आनन्द वत्स ने टाइम मैनेजमेंट के महत्व को समझाते हुए कहा कि प्रकृति ने सभी छात्रों को दिन रात मिलाकर 24 घंटे का बराबर समय दिया है. इसी समय से जो छात्र ज्यादा समय इस्तेमाल कर लेते हैं वे सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंच जाते हैं. छात्रों के बीच रांची सेन्टर हेड अभिषेक और काली ने भी अपने महत्वपूर्ण अनुभवों को साझा किया और बताया कि गोल इन्स्टीट्यूट छात्रों को सफलता दिलाने के लिए हर संभव मदद करने को प्रतिबद्ध है.

ये भी पढ़ें: संयुक्त किसान मोर्चा ने खारिज किया सरकार का प्रस्ताव, MSP की गारंटी वाली मांग पर अड़े किसान

Share.
Exit mobile version