रांची : देश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव का पहला चरण शुरू होने को है। इसको लेकर राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय राजनीतिक दल अपने लोकसभा प्रत्याशियों की घोषणा सिलसिलेवार रूप से घोषित कर रहे हैं। झारखंड में भी लगभग सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन झारखंड की उपराजधानी दुमका की सीट पर कांग्रेस ने अभी तक अपने किसी लोकसभा प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है। मालूम हो कि गोड्डा एक अहम सीट है. यहां के मौजूदा सांसद बीजेपी से निशिकांत दुबे हैं. वह विपक्ष की भूमिका में हमेशा से काफी मुखर रहे हैं. झारखंड के राजनीतिक गलियारों में बस इसी बात की चर्चा है कि गोड्डा में बीजेपी के निशिकांत दुबे के खिलाफ कांग्रेस आखिर किसे मैदान में उतारेगी.
बता दें कि कांग्रेस की ओर से महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी एवं पौड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव गोड्डा से उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल हैं. इन तीनों दिग्गजों के होते हुए भी कांग्रेस यह तय नहीं कर पा रही है कि गोड्डा से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया जाए तो आखिर किसे बनाया जाए।
यौन शोषण का आरोप बन सकती है बाधा
झारखंड में राजनीतिक अटकलों की बात करें तो इसके अनुसार, गोड्डा से कांग्रेस की ओर से प्रदीप यादव पहले नंबर पर हैं. हालांकि, प्रदीप यादव के लिए लोकसभा की उम्मीदवारी इस बार आसान नहीं होगी। यौन उत्पीड़न का आरोप उनके टिकट में बाधा बन सकता है. मालूम हो कि एक महिला ने प्रदीप यादव पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले में प्रदीप यादव की ओर से यौन शोषण के आरोप के मामले को खारिज करने के लिए पहले हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में अपील की गयी. लेकिन 1 सितंबर को उनकी याचिका हाई कोर्ट और 3 दिसंबर 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी. फिलहाल, यह मामला दुमका लोअर कोर्ट में चल रहा है. प्रदीप यादव फिलहाल जमानत पर हैं. तो अगर कांग्रेस प्रदीप यादव के इस आरोप पर विचार करते हुए बैठक में आपस में चर्चा करती है तो शायद प्रदीप यादव का टिकट कट सकता है।
निशिकांत कांग्रेस पर कस रहे तंज
इस बात का फायदा बीजेपी के निशिकांत दुबे उठा रहे हैं। वे यौन शोषण के आरोप को लेकर कांग्रेस पर तंज कस रहे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा है कि ”उनकी जानकारी के मुताबिक गोड्डा लोकसभा से सभी कांग्रेस प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. मंत्री आलमगीर आलम और विधायक इरफान अंसारी ने डर के मारे इस सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.” बलात्कार के आरोपी विधायक प्रदीप यादव ने सजा के डर से गोड्डा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है और अन्य उम्मीदवारों ने जमानत बचाने के लिए गोड्डा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.” इतना ही नहीं निशिकांत दुबे ने इस पोस्ट के साथ कांग्रेस (@INCINDIA) को भी टैग किया है, ताकि कांग्रेस के शीर्ष पदाधिकारियों को इस आरोप की जानकारी हो और जिससे प्रदीप यादव को कांग्रेस टिकट देने से पहले अच्छे से विचार कर ले।
महिला नेता ने लगाया यौन शोषण का आरोप
बता दें कि यौन शोषण का यह यह मामला 20 अप्रैल 2019 का है। उस समय प्रदीप यादव झारखंड विकास मोर्चा (JVM) के महासचिव के पद पर थे। उस समय उनकी ही पार्टी की एक महिला नेता रिंकी झा ने उन पर होटल में बुलाकर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. जिसके बाद रिंकी झा ने 20 अप्रैल 2019 को देवघर महिला थाने में यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था. 28 सितंबर 2019 को हाई कोर्ट से इस मामले में प्रदीप यादव को जमानत मिल गई थी. तब से प्रदीप यादव जमानत पर हैं.
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