गोड्डा: जिला पुलिस ने एक बार फिर से जिंदादिली की मिसाल पेश की है. मेहरमा प्रखंड क्षेत्र के सोनागुजी गांव में एक घर में आग लग गई. आग की लपटें इतनी भयवाह थी कि आसपास के कई घर इसके चपेट में आ जाते. पर ग्रामीणों की सूजबूझ से एक आग पर काबू पाया गया. वहीं आगलगी के दौरान घर में एक बच्ची फंसी रह गई थी. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे बलबड्डा थाना प्रभारी राहुल कुमार चौबे ने धधकते आग में अपनी जान पर खेलकर घर के अंदर घुसे और बच्ची को बाहर निकाला.
घर में मौजूद था गैस सिलेंडर
इस मामले पर थाना प्रभारी राहुल कुमार चौबे ने कहा कि उन्हे सूचना मिली थी कि सोनागुजी में आग लग गया है. जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे. इस दौरान गांव वालों ने एक एंबुलेंस को बुला लिया था और एक महिला चांदनी देवी और उसकी भांजी की स्थिति को देखते हुए एंबुलेंस में बैठकर अस्पताल भेज दिया. इधर घर जल रहा था. गांव वाले ने पुलिस को बताया कि घर के अंदर एक बच्ची फांसी हुई है और घर में सिलेंडर भी है. जिसके वजह से आसपास के लोग घर के अंदर जाने से डर रहे थे.
बेहतर इलाज के लिए बोकारो रेफर
वहीं घर के अंदर से बच्ची चिल्ला रहीं थीं. इसके बाद थाना प्रभारी राहुल कुमार चौबे ने अपना मानवता का परिचय देते हुए घर के अंदर घुसे और बच्ची की जान बचते हुए बाहर निकाला और उसे तुरंत अपने गाड़ी पर बैठकर महागामा अस्पताल ले गए. जहां से बच्ची को सदर अस्पताल गोड्डा भेज दिया गया. प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बच्ची को बेहतर इलाज के लिए बोकारो रेफर दिया. थाना प्रभारी राहुल कुमार ने कहा कि सबसे पहले मेरा मकसद था कि किसी तरह बच्ची की जान बचाई जाए. घर के अंदर सिलेंडर होने के वजह से जोखिम था, पर सबसे पहले जो हमारी ड्यूटी थी उस फर्ज को निभाया.
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