पलामू. शहर के गोदावरी अस्पताल में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ और एक अस्पताल के मैनेजर को अश्लीलता संबंधी आरोप में गिरफ्तार किया गया. एक बच्चे के इलाज के दौरान आयुष्मान कार्ड संबंधी कार्रवाई को लेकर अस्पताल के मैनेजर ने अलग कमरे में एक महिला की गंदी तस्वीरें खींचीं, जिसके बाद लोगों ने भारी हंंगामा किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपों को गंभीरता से लेकर अस्पताल प्रबंधन के लोगों को गिरफ्तार किया. प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आ रहा है कि इस अस्पताल में काला बाज़ारी और अन्य गड़बड़ियां भी चल रही थीं.
क्या है मामला, कैसे हुआ खुलासा?
हड्डी संबंधित इलाज के लिए मेदिनीनगर बस स्टैंड स्थित गोदावरी हॉस्पिटल में कुछ लोग एक बच्चे को लेकर आए थे. बच्चे के परिवार के पास आयुष्मान कार्ड नहीं था, जिसे लेकर अस्पताल के मैनेजर अजय प्रजापति ने किसी और का आयुष्मान कार्ड जुगाड़ करने को कहा. परिजनों ने एक महिला रिश्तेदार का आयुष्मान कार्ड जमा करवाया ताकि बच्चे के इलाज का खर्च कम हो सके. इन लोगों ने कहा कि आयुष्मान कार्ड संबंधी कागजी कार्रवाई के बहाने अस्पताल का मैनेजर अजय प्रजापति महिला को कमरे में ले गया, जहां उसने महिला की गंदी तस्वीर खींचीं.
महिला ने आपबीती परिजनों को बताई, तो परिजन भड़क गए. इसके बाद बच्चे के पिता विजय सिंह ने इलाज के नाम पर अस्पताल द्वारा 60 हजार रुपए लेकर बिल भी न देने का आरोप भी लगाया. इन तमाम बातों के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया तो पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल के मालिक देवेंद्र अग्रवाल और मुख्य आरोपी मैनेजर अजय प्रजापति को हिरासत में लिया.
पुलिस ने कहा कि फिलहाल पूछताछ जारी है और अस्पताल को सील कर दिया गया है. इतना ही नहीं, मरीज़ के परिजनों ने यह भी बताया कि अस्पताल ने एक यूनिट ब्लड के लिए सात हजार रुपये वसूले. बताया जा रहा है कि ब्लड के इस अवैध व्यापार में प्राइवेट अस्पताल के साथ ही सरकारी ब्लडबैंक का कर्मचारी भी शामिल है, जिसका नाम संभवत: हरि है.