Joharlive Team
रांची/धनबाद। वैश्विक महामारी कोरोना का असर चाय दुकानों में भी देखी जा रही है। चाय दुकानदार यूज एंड थ्रो का फार्मूला अपना रहे है।चाय दुकानों में कांच के ग्लास का उपयोग पूरी तरह से बंद कर कुल्हड़ का उपयोग बढ़ा दिया गया है। जिले के प्रायः सभी चाय दुकानों पर केवल और केवल कुल्हड़ या फिर कागज के ग्लास में ही ग्राहकों को चाय दी जा रही है।
बरटांड स्थित चाय की दुकान चलाने वाले दुकानदार अजय कुमार ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर कांच का ग्लास पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। ग्राहकों को कुल्हड़ में ही चाय पिलाई जा रही है। इस व्यवस्था से ग्राहकों में भी इस बात का संतोष है कि कोरोना के संक्रमण के खतरे से उनका बचाव हो पायेगा।
उन्होंने बताया दुकान में हैंड सेनिटाइजर की भी व्यवस्था है। दुकान आने वाले ग्राहकों के हाथों को पहले सेनिटाइज किया जाता है उसके बाद ही उन्हें चाय सर्व करते है।
बगल के दुकानदार लक्ष्मण भी अपने व्यवसाय में पूरी तरह से ऐतिहात बरत रहे है। वे भी कांच के ग्लास का इस्तेमाल बंद कर मिट्टी की प्याली में ही चाय बेच रहे है।
चाय पीने आने वाले ग्राहकों ने बताया अच्छा है कि दुकानदार कोरोना के प्रति सचेत है और कांच के ग्लास के बजाय कुल्हड़ का इस्तेमाल कर रहे है।कुल्हड़ एक बार यूज होने वाली चीज है। एक बार मे एक ही व्यक्ति इसका इस्तेमाल करेगा। यह सभी के लिए बेहतर है और कोरोना का संक्रमण का खतरा भी नही रहेगा।
कुल्हड़ में चाय बेचने के इस चलन से कुम्हारों के लिए भी फायदेमंद है। इस लॉक डाउन में जहाँ ओरो की तरह उन सभी का भी व्यवसाय प्रभावित हुआ है। अब चाय दुकानों पर कुल्हड़ का इस्तेमाल बढ़ने से मिट्टी की प्याली की मांग बढ़ेगी जिससे उनकी आय भी पहले की अपेक्षा बढ़ेगी।