रांची: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 28 फरवरी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड (सीयूजे) के दीक्षांत समारोह में शामिल हुई. सीयूजे के तीसरे दीक्षांत समारोह में स्टूडेंट्स को मेडल दिया. उन्होंने सीयूजे के तीन स्टूडेंट्स को चांसलर मेडल दिया. चांसलर मेडल पाने वाले स्टूडेंट्स में इंटीग्रेटेड एमटेक के शुभम भट्टाचार्य, एमटेक के उत्पल और एमएससी के अभिजीत गांगुली शामिल हैं. दीक्षांत समारोह में विवेक सिंह, आर्यन, मलय समेत 58 छात्रों को स्वर्ण पदक मिला.
समारोह में उन्होंने कहा कि युवा, देश के विकास और महिलाओं के विकास की ओर हम बढ़ रहे है. उन्होंने झारखंड की कला संस्कृति की तारीफ करते हुए सबके विकास की बात की. राष्ट्रपति ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ के क्षेत्र में आकर प्रसन्नता हो रही है. मैं आज उपाधि प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को बधाई देती हूं. स्वर्ण रेखा नदी आपके कैंपस के पास ही बहती है. ऐसा कहा जाता है कि उसके पानी का सेवन मात्र से ही ज्ञान की प्राप्ति होती है. आप यहां मिले ज्ञान का प्रयोग करेंगे.
2030 तक भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था
राष्ट्रपति ने युवाओं को भारत की पूंजी बताते हुए कहा कि हम 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाले हैं. हमने 2040 तक भारत को एक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा है. मुझे विश्वास है कि आप सभी एक ऐसे समाज की परिकल्पना करेंगे जहां समरसता है. उन्होंने कहा कि मैं जब भी झारखंड आती हूं तो लगता है अपने घर वापस आई हूं. मैंने राज्यपाल के तौर पर यहां काम किया है. बिरसा की धरती पर होने का सौभाग्य मुझे खुशी से भर देता है. कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद वह ओडिशा के लिए रवाना हो गई. इससे पूर्व बुधवार को रांची पहुंचने पर राष्ट्रपति का राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया.
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