गिरिडीह : गिरिडीह पुलिस ने देवरी के एक डॉक्टर के अगवा पुत्र को अपहरण के 12 घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया है. घटन देवरी थाना इलाके की है, जहां चतरो बाजार से अपराधियों ने पंकज दास को अगवा कर लिया था. पंकज बीती रात करीब 9 बजे दुकान बंद कर बाइक से घर आ रहा था. इसी दौरान बाइक समेत उसे अगवा कर लिया गया. इसके बाद परिजनों से फिरौती की मांग की गई. पंकज के पिता लक्ष्मण दास ने गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा को फोन कर मामले की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस ने युवक की तलाश तेज कर दी. पुलिस की बढ़ती दबिश देखकर अपराधी पंकज को वैन में पेशम के पास छोड़कर फरार हो गये.
दो इंस्पेक्टर के साथ चार थानेदार की टीम गठित
युवक के पिता के फोन के बाद एसपी ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी. युवक का डिटेल लेते हुए टेक्निकल टीम को एक्टिव किया गया. मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महती, जमुआ सर्किल के इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह, देवरी थाना प्रभारी सोनू साहू, जमुआ थाना प्रभारी मणिकांत, धनवार थाना प्रभारी नंदू पाल, हीरोडीह थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार की अलग अलग टीम बनायी गई. सभी छह टीम को पुलिस बल के साथ युवक को सकुशल बरामद करने और अपराधियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा एसपी ने अपने क्यूआरटी को भी क्षेत्र में भेजा और पूरे मामले की मॉनिटरिंग शुरू की.
लीड मिलते ही दोगुनी ताकत से गांव-जंगल की छानबीन
एसपी की टीम पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई. इसी बीच अपराधियों के उस सहयोगी को खोज लिया गया जो फिरौती के लिए अपहृत के पिता को फोन कर रहा था. इसे हिरासत में लिया गया. इस बीच पता चला कि अपहरण करने के बाद युवक को मुफ्फसिल थाना इलाके के कुरुमडीहा के जंगल में रखा गया है. ऐसे में डेढ़ सौ जवानों के साथ पुलिस अधिकारियों ने जंगल की घेराबंदी की. अधिकारी और जवान जंगल के अंदर दाखिल हो गए. जंगल के हरेक कोने को खंगाला जाने लगा. इस बीच रात गुजर गई और उजाला हो गया.
पुलिस को देख भागे संदिग्ध
इसी दौरान देवरी थानेदार सोनू और जमुआ थानेदार की नजर एक बाइक पर सवार दो संदिग्ध पर पड़ी. दोनों जिस बाइक पर सवार थे वह बाइक अपहृत का था. दोनों थानेदार ने बाइक की तरफ मूव किया दोनों संदिग्ध बाइक समेत भगाने लगे. थानेदार ने भी दौड़ लगा दी. पुलिस के तेवर को देखकर दोनों संदिग्ध बाइक छोड़कर भाग निकले. पुलिस ने बाइक को जब्त किया तो यह साफ हो गया कि बाइक अपहृत पंकज की ही है.
पेशम के समीप हुई बरामदगी
दोनों संदिग्ध के भागने के बाद यह साफ हो गया कि दोनों पुलिस की रेकी कर रहे थे. फिर कुरुमडीहा के अलावा पेशम के इलाके की तरफ भी पुलिस पदाधिकारी के साथ लगभग डेढ़ सौ जवानों को भेजा गया. पूरे इलाके को सील करते हुए पूरे जिला में एक साथ वाहनों की जांच शुरू कर दी गई. ऐसे में अपराधियों को लगा कि वे लोग पकड़े जायेंगे. अब अपराधियों के पास जान बचाकर भागने के अलावा कुछ दूसरा रास्ता नहीं बचा था. ऐसे में वे अपहृत को छोड़कर भाग निकले. एसपी के नेतृत्व में गिरिडीह पुलिस ने 12 घंटे की कड़ी मेहनत कर न सिर्फ अपहृत पंकज को सकुशल बरामद कर लिया बल्कि जिस ओमनी वाहन से घटना को अंजाम दिया उसे भी जब्त कर लिया. कहा जाए तो पुलिस की सक्रियता से न सिर्फ अपराधियों की योजना असफल हो गई बल्कि युवक को सकुशल बरामद कर लिया गया.
अपराधियों की हो चुकी है पहचान, सभी पकड़े जायेंगे : एसपी
एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि गुरुवार की रात ग्रामीण चिकित्सक के पुत्र पंकज दास का अपहरण हुआ था. अपहरण फिरौती के लिए किया गया था लेकिन सूचना मिलते ही गिरिडीह पुलिस की टीम ने तुरंत ही कार्रवाई की और बगैर फिरौती दिए ही युवक को बरामद कर लिया गया. इस घटना को अंजाम देने वाले सभी अपराधियों की पहचान कर ली गई है. सभी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा
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