गिरिडीह : प्रेमिका से विवाह नहीं होने पर एक प्रेमी ने रूपहरे पर्दे की पठकथा को रियल लाइफ में उतारने की कोशिश की लेकिन गिरिडीह पुलिस के तेजतर्रार अधिकारियो ने प्रेमी के मंसूबे पर पानी फेर दिया. दरअसल गिरिडीह पुलिस ने एक ऐसे आपराधिक कांड का उद्भेदन किया जो रियल लाइफ में कम और रील लाइफ में अधिक देखने को मिलता है. बताया जाता है कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पपरवाटांड स्थित एक घर के समीप गुमटी के बगल से एक बोरे में बंद दो देशी कट्टा समेत कारतूस को बरामद किया. असलहा बरामदगी के बाद गिरिडीह एसपी डॉ विमल कुमार के निर्देश पर अनुसन्धान की शुरुवात की गयी. केस के अनुसंधान सदर एसडीपीओ जितवाहन उरांव की अगुवाई में शुरू की गयी. टीम में मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो समेत कई सहायक अवर निरीक्षक व टेक्निकल सेल को लगाया गया. बताया जाता है कि आगामी 10 दिसम्बर को पपरवाटांड निवासी अशोक दास का विवाह होने वाला था. इसी बीच पुलिस को गुप्त सुचना मिली कि अशोक दास के घर के बगल में स्थित एक गुमटी के पास बोरे में बंद दो देशी कट्टा व कारतूस छिपा कर रखा हुआ है. हथियार बरामदगी के बाद पुलिस ने पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया. अनुसंधान के तहत पुलिस ने पाया कि अशोक दास के जिस मंगेतर के साथ उसका विवाह होना था उसके प्रेमी ने अशोक दास को जेल भेजवाने के लिए यह साजिश रची है. पुलिस ने इस मामले में मास्टर माइंड जीतन दास समेत तीन अभियुक्त को गिरफ्तार किया. मंगलवार की शाम को पुलिस अधीक्षक कार्यलय में आयोजित प्रेसवार्ता में गिरिडीह एसपी डॉ विमल कुमार ने बताया कि गिरिडीह एसपी डॉ. विमल कुमार ने बताया कि पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पूरे मामले को विशेष टीम ने काफी गंभीरता से लेते हुए छानबीन की और निर्दोष को फंसाने की साजिश को विफल कर दिया.