रांची। गिरिडीह में सरिया थाना क्षेत्र के चिचाकी और चौधरीबांध के बीच में नई दिल्ली- हावड़ा रेल लाईन के अप और डाउन ट्रैक पर विस्फोट नक्सलियों का सिर्फ एक नमूना था। नक्सली संगठन हकीकत में आज झारखंड पुलिस को निशाना बनाने के फिराक में थे। नक्सलियों ने जिस जगह पर आज जिस जगह पर विस्फोट किया था, ठीक उससे कुछ दूरी पर झारखंड पुलिस के जवान एलआरपी में निकले थे। झारखंड जगुआर(जेजे) की पूरी कंपनी नक्सल अभियान में निकली हुई थी। इस बात का खुलासा उस वक़्त हुआ जब नक्सल अभियान में निकले एक अधिकारी से जोहार लाइव के संवाददाता ने बातचीत की। उन्होंने कहा कि अगर थोड़ी सी गलती से आज झारखंड पुलिस को बहुत बड़ा नुकसान हो जाता। लेकिन, गिरिडीह पुलिस अधीक्षक अमित रेणु की सूझबूझ के कारण जवान सुरक्षित बच गए।

रेलवे पटरी के दूसरे तरफ नक्सली दस्त था मौजूद
नक्सल अभियान में मौजूद अधिकारी ने बातचीत में बताए कि देर रात करीब 12.30 बजे नक्सलियों ने रेलवे पटरी पर विस्फोट किया। ब्लास्ट की आवाज़ सुनकर अभियान में निकले जवान चौंक गए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक से बातचीत हुई। जिसके बाद उन्होंने घटनास्थल से पूर्व रुक जाने का निर्देश दिया। इसके बाद पुलिस अधिकारी ने अपने सूत्रों से जानकारी लिया, तो पता चला कि रेलवे पटरी के दूसरे तरफ नक्सली जवानों को निशाना बनाने के फिराक में है।

इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ एसपी अमित रेणु घटनास्थल के लिए रवाना हुए। मगर, इससे पहले नक्सलियों को भारी संख्या में पुलिस फोर्स के आने की जानकारी मिल गयी। जिसके बाद नक्सलियों का दस्ता जंगल का फायदा उठा कर फरार हो गया। इसके बाद रेलवे अधिकारी और कर्मचारियों की मदद से रेलवे पटरी को जल्द से जल्द दुरुस्त किया गया। जिसके बाद सुबह होने से पहले दिल्ली-कोलकाता आप और डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया।

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