गिरिडीह : असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी आज सुबह गिरिडीह के बेंगाबाद पहुंचे, जहां उन्होंने हजारीबाग जेल में कैदी शाहिद अंसारी द्वारा हत्या के शिकार हुए हवलदार चौहान हेंब्रम के परिजनों से मुलाकात की. हालांकि, जब वे वहां पहुंचे, तो उनके घर पर ताला लटका हुआ था, और मृतक की पत्नी, बेटे और बेटियों को पहले ही घर से हटा दिया गया था.
इस घटनाक्रम से गुस्साए हिमंता बिस्वा सरमा और बाबूलाल मरांडी ने मृतक की मां रोशनी देवी और साढ़ू से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद शाहिद अंसारी को फांसी दिलाना ही बीजेपी सरकार का मकसद होगा.
अमर बाउरी ने झारखंड सरकार पर साधा निशाना
बीजेपी नेता अमर बाउरी ने झारखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “हेमंत सरकार, धिक्कार है! मुस्लिम समाज व तुष्टिकरण की राजनीति के लिए हेमंत सरकार कायदे कानून को ताक पर रख रही है. बीते दिनों गैंगरेप के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे दोषी मोहम्मद शाहिद अंसारी ने आदिवासी पुलिस हवलदार श्री चौहान हेम्ब्रम की हत्या कर दी और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज से फरार हो गया. क्योंकि दोषी मुस्लिम समाज से है, झारखंड सरकार का कोई भी प्रतिनिधि श्री हेम्ब्रम के पीड़ित परिवार से मिलने नहीं गया है.”
परिजनों को घर से हटाने की घटना
अमर बाउरी ने यह भी आरोप लगाया कि जब असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष परिजनों से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे, तो पुलिस ने सुबह 4:30 बजे के आसपास उनकी पत्नी और बच्चों को घर से उठा लिया. इसके कुछ मिनटों बाद अन्य परिवार के सदस्यों को भी उठा लिया गया और घर को बंद कर दिया गया. बाउरी ने कहा कि झारखंड में अगर मुस्लिम समाज आदिवासियों या मूलवासियों के साथ कोई कुकृत्य करता है तो इसकी जिम्मेदारी झारखंड सरकार की नहीं होगी, और न्याय की उम्मीद नहीं करनी चाहिए.