गुमला. डायन बिसाही के संदेह में हत्या किए जाने का एक मामला गुमला जिले से सामने आया है. यह हत्या घाघरा थानाक्षेत्र के जिलिंगसिरा गांव में 30 जुलाई को हुई थी. इस मामले में पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस के मुताबिक, 30 जुलाई को घाघरा थाना क्षेत्र के जिलिंगसिरा गांव में घूरा उरांव की हत्या कर दी गई थी. जांच पड़ताल में पुलिस को पता चला कि यह हत्या लाठी-डंडे से पीटकर और पत्थर से कुचल कर की गई है. इस संबंध में घाघरा थाने में मामला दर्ज किया गया था. इस हत्या के बाद स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश था.

ऐसे पकड़ा गया आरोपी

पुलिस ने जब इस हत्याकांड की बारीकी शुरू की तो पता चला कि गांव का युवक बबलू मुंडा इस हत्याकांड के बाद से लापता है. उसके बारे में जब जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि वह हिमाचल प्रदेश के लिए निकला है. इसके बाद पुलिस की एक टीम गठित की गई, उसने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ रेलवे स्टेशन से आरपीएफ की मदद से बबलू मुंडा को दबोच लिया. उसे लेकर पुलिस घाघरा थाने आई. यहां की गई पूछताछ में बबलू मुंडा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए बबलू मुंडा ने बताया कि इस हत्याकांड में सतीश उरांव ने उसका साथ दिया था. तब पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया.

संदेह बना हत्या की वजह

गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि बबलू मुंडा के घर पर पत्थर और ईंट फेंके जाते थे. बबलू को शक था कि डायन बिसाही के चक्कर में घूरा उरांव उसके घर पर पत्थर फेंक रहा है. इसी अंधविश्वास में बबलू ने सतीश के साथ मिलकर हत्या की यह योजना बनाई. इसके बाद इन दोनों ने घूरा उरांव को लाठी-डंडे से पीटा और उसे पत्थर से कुचल कर मार डाला.

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