नई दिल्ली : पाकिस्तान में आम चुनाव की वोटिंग जारी है. इससे पहले मंगलवार रात को चुनाव प्रचार खत्म हो गया. पाकिस्तानी चुनावी प्रक्रिया पर 100 विदेशी पर्यवेक्षक नजर रख रहे हैं. पाकिस्तान के आम चुनाव में पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने की उम्मीद है. इमरान खान के जेल में होने के कारण और चुनाव चिन्ह पर विवाद के बीच शरीफ पूरी तरह से फायदे में हैं. पीपीपी के बिलावल भुट्टो का पंजाब में ज्यादा दखल नहीं है. यदि शरीफ जीते तो वह चौथी बार पीएम बनेंगे. पाकिस्तान में कुल 90,675 पोलिंग स्टेशन होंगे. इन स्टेशनों पर 2,76,402 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे.
इन तीन पार्टियों के बीच मुकाबला
आम चुनाव में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) और बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच मुकाबला है.
सुरक्षा का जिम्मा 6.50 लाख जवानों पर; हाई अलर्ट पर अस्पताल
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली और प्रांतों के चुनाव के लिए 6.50 लाख सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. बलूचिस्तान पंजगुर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (एसएसपी) अब्दुल्ला जहरी ने कहा, आतंकी चुनाव प्रत्याशियों को इसलिए निशाना बना रहे हैं ताकि लोग मतदान केंद्रों तक न पहुंचें. इसे लेकर देशभर में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है. पाकिस्तान के अस्पतालों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए 7 से 9 फरवरी तक हाई अलर्ट पर रखा गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा विनियमन और समन्वय मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं.
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