Ranchi : गणगौर व्रत को सौभाग्य तृतीया के नाम से भी जाना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर गणगौर व्रत किया जाता है। इस शुभ अवसर पर महादेव के संग मां पार्वती की पूजा करने का विधान है। साथ ही विधिपूर्वक व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस व्रत को करने से पति को दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
ज्योतिषियों के अनुसार इस वर्ष गणगौर तीज का व्रत 1 अप्रैल को रखा जाएगा। तृतीया की शुरुआत 31 मार्च को शाम 4.42 बजे ही हो जाएगी।
कहा जाता है कि गणगौर तीज के दिन ही भगवान शिव ने माता पार्वती और पार्वती ने महिलाओं को सौभाग्यवती का वरदान दिया था। इस दिन का खास महत्व है। सुहागिनें व्रत धारण से पहले रेणुका (मिट्टी) की गौरी की स्थापना करती हैं और उनका पूजन किया जाता है।
Also Read : पटना से दिल्ली जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव
Also Read : लोहरदगा में वज्रपात से एक की मौ’त, दो जख्मी
Also Read :केंद्रीय राज्य मंत्री राजभूषण निषाद के मामा को अपराधियों ने मारी गो’ली
Also Read :सीएसपी सेंटर में लूटपाट करने का तीसरा आरोपी गिरफ्तार, चौथे को खोज रही पुलिस
Also Read :झारखंड में 3 दिन तक भारी बारिश, 16 जिलों में आंधी और ठनका का अलर्ट
Also Read :देवाशीष घोष की बहन ने सीता सोरेन के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा
Also Read :CNT और SPT को संशोधित नहीं कर सकता विधानमंडल – मंत्री दीपक बिरुआ
Also Read :आपसी रंजिश में युवक के साथ मारपीट, रिम्स में मौत के बाद सड़क पर बवाल
Also Read :बिहार विस : राष्ट्रगान विवाद पर हंगामा, विपक्ष ने CM से इस्तीफे की मांग की
Also Read :मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार को साइबर अपराधियों ने बनाया निशाना