रांची : झारखंड हाईकोर्ट में गुरुवार 7 मार्च को स्पेन की महिला के साथ गैंगरेप मामले की सुनवाई हुई. सुनवाई हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस चंद्रशेखर एवं जस्टिस नवनीत कुमार की खंडपीठ में हुई. जिसमें कोर्ट ने सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. साथ ही पूछा कि विदेश से आने वाले पर्यटकों के राज्य में प्रवेश की जांच और उनकी सिक्योरिटी को लेकर क्या एसओपी जारी किया गया है. इसके अलावा कोर्ट ने सरकार से यह भी पूछा है कि अगर एसओपी नहीं है तो भविष्य में इसकी क्या योजना है. सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पीड़िता को मुआवजे के तौर पर 10 लाख का भुगतान भी कर दिया गया है. 13 मार्च को मामले में अगली सुनवाई होगी.
क्या है मामला
दुमका जिला के हंसडीहा थाना क्षेत्र में 1 मार्च की रात एक विदेशी दंपति के साथ 7 दरिंदों ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है.
जिला प्रशासन द्वारा झारखंड विक्टिम कंपनसेशन स्कीम के तहत पीड़िता को 10 लख रुपए का चेक भी प्रदान किया गया. दंपत्ति को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परिसदन में रखा गया है. उसके तमाम सुख सुविधाओं का ख्याल प्रसासन रख रही है. मंगलवार को पीड़िता को सुरक्षा व्यवस्था के साथ दुमका जिला के सीमा तक छोड़ा जाएगा.
भारत देश की बड़ी तारीफ सुनकर दंपत्ति विश्व भ्रमण के तहत इंडिया पहुचीं थी. पाकिस्तान, बंगलादेश सहित 50 से ज्यादा देश की दूरी बाइक से नापते हुए भारत पहुंचे. देश के विभिन्न शहरों का भ्रमण के दौरान दंपति ने भारतवासियों की तारीफ भी की है. लेकिन झारखंड के दुमका जिला में मिला जख्म शायद ही वे इस जन्म में भूल पाए. चंद सिरफिरों के चलते देश की बदनामी हुई है.
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