Joharlive Team
रांची। राजधानी रांची में फर्जी कागजात बनाकर आदिवासी जमीन को सामान्य बता कर 1 करोड़ की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पूरे मामले में रांची के सदर थाने में जमीन के डेवलपर का काम करने वाले फ़ैयाज़ अंसारी ने एफआईआर दर्ज कराई है। रांची के बड़गाई निवासी फैयाज अंसारी ने पूरे मामले में पिठोरिया निवासी नूर हसन, सलीम अंसारी, हकमूल अंसारी, सबान अंसारी, हनीफ अंसारी वहीदा खातून समेत अन्य के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज कराई है। सदर थाने में दर्ज एफआइआर में फैयाज ने बताया है कि सभी आरोपी उनके बड़गाई स्थित घर पर आए थे। आरोपियों ने बताया था कि कांके के बुकरू में उन्हें जमीन बेचनी है। पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस जांच शुरू करते हुए आरोपियों की खोजबीन कर रही है।
19 अगस्त 2015 को कराया था एग्रीमेंट
सदर थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक 19 अगस्त 2015 को सबान और नूर हसन उनके घर पर आए और जमीन का एग्रीमेंट किया तब जमीन का रेट ₹27500 प्रति डिसमिल तय हुआ। सबान के कहने पर अग्रिम 51000 का भुगतान भी किया गया।
जांच पड़ताल के बाद पता चला फर्जी है पेपर
फ़ैयाज़ का आरोप है कि 19 अगस्त 2015 से 28 मार्च 2016 तक सबान, सलीम समेत अन्य को नगदी व खाते में 96 लाख से अधिक का भुगतान किया गया। जमीन पर दखल भी आरोपियों ने दिलवाया जिसमे 12 लाख का खर्च आया। इसी दौरान जमीन के कागजात की जांच कांके अंचल कार्यालय में कराई गई। तब पता चला कि सारे कागजात फर्जी हैं। इलाके के स्थानीय लोगों ने भी बताया कि जमीन दलाल किस्म के लोग आदिवासी जमीन का फर्जी कागजात के आधार पर सौदा करना चाहते हैं। फ़ैयाज़ का आरोप है कि जब पूरे मामले में उसने आरोपियों से बात की तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट भी की।
गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
सदर थाना ने पूरे मामले में आईपीसी की धारा 120 बी, 420, 468, 471 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच का जिम्मा सदर थाना के एसआई एस खान को दिया गया है।