Joharlive Desk
मुजफ्फरपुर : बालिका गृह से पिछले साल छुड़ाई गई लड़की से चलती कार में गैंगरेप मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता की शिकायत पर नगर थाना में चारों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
बेतिया एसपी जयंत कांत ने बताया कि इस मामले से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं पुलिस को इस मामले में पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है।
मालूम हो कि पीड़िता ने पश्चिम चंपारण जिले के नगर थाने में चार आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी के अनुसार, बीते शुक्रवार की रात वह अपने मोहल्ले में ही थी। इसी दौरान कार सवार चार लोगों ने उसे गाड़ी के भीतर खींच लिया। आरोपितों ने चलती गाड़ी में उसके साथ रेप किया और फिर उसे वापस मोहल्ले के पास छोड़ कर फरार हो गए।
आरोपियों ने नकाब पहना हुआ था, लेकिन विरोध के दौरान पीड़िता उनका नकाब हटाने में कामयाब रही। स्थानीय खबरों के मुताबिक सभी युवक एक ही परिवार के बताये गए थे। नगर थानाध्यक्ष ने कहा है कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही दुष्कर्म की पुष्टि हो पायेगी।
महिला आयोग ने किया समिति का गठन
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मुजफ्फरपुर आश्रयगृह में रह चुकी एक लड़की से चलती कार में सामूहिक बलात्कार के मामले की जांच के लिए सोमवार को एक समिति गठित की। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा के नेतृत्व वाली समिति इस सप्ताह बाद में बिहार का दौरा करेगी और पीड़िता, पुलिस महानिदेशक और संभवत: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेगी।
शर्मा ने ट्वीट किया, बिहार से हमारे सदस्य नियमित दौरे करते हैं और उन्होंने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के मामलों को उठाया है लेकिन चीजों में सुधार होता प्रतीत नहीं हो रहा है। मैं सभी मामलों पर निजी तौर पर बिहार के डीजीपी से और संभव हुआ तो बिहार के मुख्यमंत्री के साथ भी चर्चा करूंगी।
उन्होंने कहा, वह पहले से पीड़िता है, उसकी मदद करने के बजाय उसे इस सब से गुजरना पड़ा। हम उसे वह सभी मदद मुहैया कराएंगे जिसकी उसे जरूरत है या जिसकी वह मांग करेगी। हमें उसकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी होगी। आयोग ने बिहार के पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी कर मामले को प्राथमिकता देने और जांच को तेजी से पूरा करने को कहा है।