रांची: पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा बोले कि इस राज्य की दशा और दुर्दशा से आप परिचित है. पिछले 5 सालों से लगातार राज्य के अंदर सभी वर्गों में चाहे युवा, महिला या दलित, जनजातीय, पिछड़ा या सामान्य वर्ग किसी के बारे में विकास के साथ न योजना बनी न ही कार्यक्रम बना. न ही विकास को लेकर काम किए. न रोजगार मिला और न महिलाओं को सम्मान मिला. न आदिवासियों की जमीन सुरक्षित है और न ही आदिवासी. आज हमारी माताएं-बहने भी सुरक्षित नहीं है. इसलिए आज आक्रोश रैली के माध्यम से आप आए है तो आग्रह करूंगा कि ये सरकार परिवारवाद में डूब गई है. बात आदिवासियों की करती है लेकिन आदिवासी सीएम को हटाने के लिए, बेइज्जत करने के लिए किस तरह की नीति अपनाई वह आज दिखाई दे रहा है. न उनके दल में संघर्ष करने वाले कार्यकर्ता की पूछ है और न ही सीनियर की पूछ है. न ही उनके दल में आदिवासियों को लेकर नीति की कोई चिंता है. जेपीएससी और जेएसएससी की परीक्षाएं हो रही है. लेकिन रिजल्ट नहीं आ रहा है. किश्तों में रिजल्ट निकाले जा रहे है. कुछ रिजल्ट तो निकाले ही नहीं जा रहे है. हमारे यहां भी बंगाल की तरह हालात पैदान करने की कोशिश की जा रही है.   

 

 

अपने अधिकार के लिए निकल चुके है हमारे युवा : डॉ नीरा यादव

भाजयुमो की आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए कोडरमा की विधायक डॉ नीरा यादव ने कहा कि मोरहाबादी जाने में ऐसा लगा जैसे हम बॉर्डर जा रहे है. हमने अपने ड्राइवर से पूछा कि हमें कहां ले जा रहे है. चारों ओर कंटीले बैरियर और फोर्स देखकर ऐसा लगा कि हम मोरहाबादी नहीं बल्कि कहीं और जा रहे है. उन्होंने कहा कि अब हमारे युवा अपने अधिकार के लिए निकल चुके है. मुख्यमंत्री जी ये जो आपकी ठगबंधन की सरकार है महिलाओं और झारखंड के लोगों को ठगने का काम न करे. अपने अधिकारी और हक के लिए युवा मोरहाबादी मैदान में आए है. आज मैदान में जितनी भीड़ है उसे देखकर समझा जा सकता है कि युवा कितने आक्रोशित है. आप अगर पांच साल इतना जोर काम करने में दिखाया होता तो ऐसी स्थिति नहीं होती. ये अभियान अब रण का रूप लेगा. हमारे कार्यकर्ता अब रूकने वाले नहीं है.

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