JoharLive Team

  • पूर्व में भी कई नेताओं के साथ नीरज का फ़ोटो हुआ है सोशल मीडिया पर वायरल

रांची। पूर्व डीजीपी केएन चौबे के तबादले के बाद एमवी राव ने नए डीजीपी का प्रभार ग्रहण किया। इसके बाद से लगातार बधाई देने वाले लोगों का आना जाना लगा हुआ है। इतने लंबे लोगों की सूची में सुरक्षा घेरे से छिपते छिपाते टीएसपीसी का पूर्व एरिया कमांडर रहा नीरज गंझू उर्फ नीरज भोक्ता पुलिस मुख्यालय पहुंच गया। नीरज ने नए डीजीपी एमवी राव को गुलदस्ता देकर बधाई दी और उनके साथ फोटो भी खिंचवाई।

अब यह फोटो नीरज ने सोशल मीडिया फेसबुक पर अपलोड कर दिया। सोशल मीडिया पर कई अपने लोगों ने भी लाइक और शेयर किया। वायरल हुए फ़ोटो में डीजीपी के साथ साथ नीरज गंझू, सिविल कोर्ट के एक अधिवक्ता नजर आ रहे है। जोर-शोर से यह फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वह मूलरूप से चतरा का रहने वाला है। वर्तमान में हरमू हाऊसिंग कॉलोनी में रहता है। हालांकि, इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मुख्यालय ने जांच शुरू कर दी है। मगर, जांच करने वाले अधिकारी को यह फोटो नीरज के फेसबुक पर नही मिला। क्योंकि नीरज ने यह फोटो को अपने फेसबुक से हटा दिया है।

  • लेवी की वसूली से करोड़पति बन चुका है शूटर नीरज

चतरा के सिमरिया के हुरनाली गांव का रहने वाला नीरज भोक्ता उर्फ नीरज गंझू टीपीसी के जोनल कमांडर भीखन गंझू का खास शूटर माना जाता है। नीरज ने लेवी के पैसे के लिए खलारी के ट्रांसपोर्टर रिंकू सरदार उर्फ मंजीत सिंह की हत्या की थी। इस मामले में खलारी पुलिस ने नीरज को गिरफ्तार किया था। नीरज की गिरफ्तारी के बाद यह बात सामने आयी थी कि उसने रांची और चतरा में करोड़ों की संपति भी अर्जित की है। रांची के हरमू इलाके में नीरज ने आलीशान मकान बनाया था।

  • टीपीसी उग्रवादी नीरज का 29 नवंबर 2017 को हुआ था सीसीए का अवधि विस्तार

टीपीसी के जोनल कमांडर भीखन गंझू के खास शूटर नीरज भोक्ता, उर्फ नीरज भगत उर्फ नीरज गंझू समेत तीन अपराधियों पर क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए) लगाया गया था। 29 नवंबर 2017 को यह कार्रवाई हुआ था। उस वक़्त जिन अपराधियों पर सीसीए लगा था, उसमें नीरज गंझू के अलावा रांची का कुख्यात संदीप थापा और चालकों की हत्या कर हाईवे पर ट्रक से लूटपाट करने वाला अजय उर्फ गोरे लाल उर्फ अजय यादव शामिल है। तीनों का रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में रहने के बाद भी गतिविधियां जारी रहा था। ऐसे में देखते हुए तीनों अपराधियों पर तीन माह के लिए सीसीए की अवधि का विस्तार किया गया था।

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