रांची : रांची के पूर्व सांसद राम टहल चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री पर आरोप लगाया है कि देवघर सर्किट हाउस में हमें कमरा नहीं दिया गया। जबकि मेरे आने की जानकारी उनको पहले ही दे दी गई थी। उसके बावजूद भी मुझे सर्किट हाउस में कमरा नहीं मिला। राम टहल चौधरी ने देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री पर कार्रवाई करने की मांग की।
दरअसल, पूर्व सांसद रामटहल चौधरी 15 जून को देवघर में बाबा मंदिर में पूजा करने के लिए गए थे। उससे पहले उन्होंने सर्किट हाउस में एक कमरा आवंटित करने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन उन्हें नहीं मिला। जबकि इसकी सूचना उन्होंने 4 दिन पहले ही विष्णु कांत झा को दे दी गई थी कि सर्किट हाउस में 1 दिन के लिए कमरा आरक्षित किया जाए। लेकिन कमरा नहीं मिलने पर वह होटल में रूके थे।
पत्र में क्या लिखा?
रामपाल चौधरी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि सर्किट हाउस में कमरा आरक्षित करने के लिए विष्णु कांत झा को कहा गया था। इस संबंध में विष्णु कांत झा ने उपायुक्त से बात की। उपायुक्त ने कहा कि हमें लिखकर दे दीजिए तो उन्होंने उपायुक्त को 2 दिन पहले लिखकर दे दिया था। इसके बाद भी कमरा आरक्षित नहीं किया गया। इस तरह से मेरे साथ एक अधिकारी होते हुए राजनीति की है। जबकि सर्किट हाउस में कई कमरा खाली था। कमरा नहीं मिलने से मुझे होटल में ठहरना पड़ा। मैं स्वयं उपायुक्त से बात करनी चाही लेकिन मोबाइल पर बातचीत नहीं हो पाई। क्योंकि उन्होंने फोन ही नहीं उठाया। आखिर यह सर्किट हाउस किसके लिए है? जबकि मैं दो बार विधायक और पांच बार सांसद रहा। उसके बाद भी हमारे साथ ऐसा बर्ताव किया गया।
डीसी मंजूनाथ भजंत्री पर कार्रवाई की मांग
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जब एक जनप्रतिनिधि के साथ इस तरह दुर्व्यवहार हो सकता है तो आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार डीसी करते होंगे? डीसी के व्यवहार से देवघर के लोग भी खुश नहीं हैं। वैसे भी सर्किट हाउस का इंचार्ज एडीएम रेंज के पदाधिकारी को देना चाहिए, परंतु डीसी अपने हाथ में रखे हुए हैं और मनमानी करते हैं। उपायुक्त के सामने बहुत सारा काम होता है उसे देखना चाहिए। राम टहल चौधरी ने पीएम मोदी से डीसी मंजूनाथ भजंत्री पर कार्रवाई की मांग करते हुए किसी बड़े अधिकारी से जांच की मांग की है।