JoharLive Team
रांची : पूर्व मंत्री एनोस एक्का मंगलवार को होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल से जमानत पर रिहा हुए। एनोस को पारा शिक्षक मनोज कुमार की हत्या के मामले में जिला जज के अदालत से उम्र कैद की सजा मिली हुई है। हाई कोर्ट ने इसी मामले में उन्हें कई शर्तों के साथ जमानत दी है।
ज्ञातव्य हो कि जेल में बंद पूर्व मंत्री एनोस एक्का को 26 सितम्बर को झारखंड उच्च न्यायालय ने सिमडेगा के एक पारा शिक्षक के अपहरण एवं उसकी हत्या के मामले में सशर्त जमानत दे दी थी।
झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एके गुप्ता और न्यायमूर्ति राजेश कुमार की पीठ ने राज्य के पूर्व मंत्री एनोस एक्का को आज जमानत दे दी। इससे पूर्व 19 सितंबर को उच्च न्यायालय ने जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले की फॉरेंसिक रिपोर्ट तलब की थी।
पीठ ने उच्च न्यायालय की अनुमति के बिना एक्का के राज्य से बाहर जाने पर रोक लगाई है और उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करने को कहा है। उन्हें गवाहों को प्रभावित न करने का निर्देश देते हुए 10 हजार रुपये की दो मुचलके पर जमानत दी गई।
एक्का को जमानत देते हुए पीठ ने कहा कि उनके खिलाफ कोई पक्का सबूत नहीं है। पूर्व मंत्री एनोस एक्का को निचली अदालत ने सिमडेगा के एक पारा शिक्षक की हत्या के जुर्म में उम्र कैद की सजा सुनाई है। एक्का ने निचली अदालत के आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील की और जमानत देने का आग्रह किया था।
एक्का की ओर से याचिका में कहा गया है कि निचली अदालत का आदेश सही नहीं है। उनके खिलाफ कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं मिला और बिना ठोस साक्ष्य के ही उन्हें सजा सुना दी गई।