Chhatruram Mahto : झारखंड के गोमिया और जरीडीह विधानसभा क्षेत्रों से पांच बार विधायक रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता और गोमिया की राजनीति के स्तम्भ छत्रुराम महतो (87 वर्ष) का रविवार 17 नवंबर की रात रांची के मेडिका अस्पताल में निधन हो गया. वह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे और 7 नवम्बर को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है.
बड़े बेटे प्रह्लाद महतो ने दी जानकारी
छत्रुराम महतो के निधन की जानकारी उनके बड़े पुत्र और जिला परिषद सदस्य प्रह्लाद महतो ने दी. उन्होंने बताया कि उनके पिता एक भरे-पूरे परिवार के साथ अपनी अंतिम यात्रा पर निकल गए हैं और सोमवार को उनके पैतृक गांव गागी में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
छत्रुराम महतो का राजनीतिक करियर
राजनीतिक करियर की बात करें तो छत्रुराम महतो ने कुल 11 बार विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें से पांच बार वे विधायक चुने गए. उन्होंने 1967 और 1969 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में, 1977 में जनसंघ के टिकट पर और बाद में 1980 से 2005 तक भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. 2009 में उन्होंने झामुमो के टिकट पर भी चुनाव में किस्मत आजमाई.
बिहार सरकार में मंत्री रहे
उन्होंने अविभाजित बिहार सरकार में वित्त राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया था और झारखंड सरकार में कृषि विपणन बोर्ड के चेयरमैन के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उनकी राजनीतिक यात्रा और क्षेत्र के प्रति उनकी सेवा के कारण उन्हें ‘गोमिया का पितामह’ कहा जाता था.