Oommen Chandy passed away : केरल के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमान चांडी का मंगलवार (18 जुलाई) को निधन हो गया। वह 79 साल के थे। पिछले काफी समय से वह बीमार चल रहे थे। उनका बेंगलुरु में इलाज चल रहा था। ओमान चांडी के निधन की जानकारी उनके बेटे ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी। उन्होंने ओमान चांडी के फेसबुक पेज पर लिखा कि अप्पा नहीं रहे। ओमान चांडी ने 2004-2006, 2011-2016 के बीच केरल के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था। उनकी तबीयत साल 2019 से बिगड़ी हुई थी। चांडी को गले से संबंधित बीमारी बढ़ने के बाद जर्मनी ले जाया गया था।
केरल की सीएम ने जताया दुख
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हम एक ही साल में विधान सभा के लिए चुने गए थे। इसी चरण में हम छात्र जीवन के माध्यम से राजनीतिक क्षेत्र में आए थे। हमने एक ही समय में सार्वजनिक जीवन जीया था और उन्हें विदाई देना बेहद कठिन है।
विधानसभा चुनाव में जीत का बनाया था रिकॉर्ड
ओमान चांडी कोट्टायम जिले में अपने गृह नगर पुथुपल्ली से चुनाव लड़ते थे। उन्होंने लगातार 12 बार विधानसभा चुनाव जीता। मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान आयोजित जन संपर्क कार्यक्रम से सैकड़ों लोगों की लंबे समय से लंबित शिकायतों का तत्काल समाधान हुआ। केरल में एख विधानसभा पर इतने लंबे समय तक चुनाव जीतने का उन्होंने रिकॉर्ड बनाया था।
कैसा रहा राजनीतिक सफर
उन्होंने साल 1970 से राज्य विधानसभा में पुथुपल्ली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। ओमन चांडी का जन्म केरल के कोट्टायम जिले के कुमारकोम में हुआ था। पुथुपपल्ली में सेंट जॉर्ज हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने सीएमएस कॉलेज और चंगानासारी में सेंट बर्कमैन कॉलेज में एडमिशन लिया। ओमान चांडी ने सरकारी लॉ कॉलेज, एर्नाकुलम से एलएलबी की डिग्री भी ली। ओमान चांडी के करुणाकरण और ए के एंटनी सरकारों में भी मंत्री के रूप में कार्य किया और वित्त, गृह और श्रम विभाग संभाला।