रांची: पूर्व पुलिस अफसर राजीव रंजन सिंह ने बुधवार को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को लिखित सूचना भेजी, जिसमें उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे के कारणों का उल्लेख किया. राजीव रंजन ने कहा कि डेढ़ साल पहले संघ की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा से जुड़े थे, लेकिन आज उन नीतियों और आदर्शों के तार-तार होते देखकर उन्होंने यह निर्णय लिया. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने से इस्तीफा नहीं दिया है, बल्कि टिकट वितरण में परिवारवाद के हावी होने से वे निराश हैं.

राजीव ने भाजपा से इस्तीफा देने वाले अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनके फैसले के लिए सलाम किया और कहा कि वे राजनीति से गंदगी साफ करने की नीयत से पार्टी में आए थे, लेकिन इस प्रयास में सफल नहीं हो सके. अब वे स्वतंत्र रूप से समाज के हित में कार्य करते रहेंगे. अपकों बता दें कि उन्होंने भाजपा में रहते हुए जमशेदपुर पश्चिम में लगातार दो वर्षों तक काम किया और अब यह सवाल उठाया कि भाजपा को पढ़े-लिखे व्यक्ति को विधानसभा में भेजने के बारे में सोचना चाहिए या नहीं.

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