JoharLive Desk

नई दिल्ली: केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में गृह मंत्री और वित्त मंत्री का पदभार संभालने वाले पी चिदंबरम को भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने बुधवार रात को दिल्ली से उनके जोर बाद स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई की टीम उन्हें एजेंसी के मुख्यालय लेकर आई है। यहां दिलचस्प बात यह है कि सीबीआई ने पूर्व केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार करके जिस इमारत में रखा हैं उसका उद्घाटन खुद चिदंबरम ने किया था।
सीबीआई मुख्यालय की इस इमारत का उद्घाटन 30 जून, 2011 को किया गया था। जिसमें चिदंबरम मुख्य अतिथियों में शामिल थे। उस दौरान चिदंबरम तत्कालीन गृह मंत्री थे और मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री। दोनों ने सीबीआई की इस इमारत का उद्घाटन किया था। इन दोनों नेताओं के अलावा कपिल सिब्बल, वीरप्पा मोईली, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत अन्य नेता भी उपस्थित थे।
जानकारी के अनुसार चिदंबरम को रात भर इसी इमारत में रखा गया था और यहीं से गुरुवार को सीबीआई उन्हें अदालत में पेश करेगी। इससे पहले मंगलवार रात को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय चिदंबरम को ढूंढने की कोशिश कर रही थी। दोनों ही एजेंसियां उनका पता लगाने में नाकाम रही थीं। इसके बाद चिदंबरम अचानक रात के आठ बजे कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और यहां 10 मिनट तक प्रेस कॉफ्रेंस की। इसके बाद वह अपने जोर बाग स्थित घर पहुंचे जहां से उन्हें पहले हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और फिर गिरफ्तार कर लिया गया।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा, मेरा मानना है कि लोकतंत्र की नींव स्वतंत्रता है, संविधान का सबसे मूल्यवान अनुच्छेद, अनुच्छेद 21 है जो जीवन और स्वतंत्रता की गारंटी देता है। अगर मुझे जीवन और स्वतंत्रता के बीच चयन करने के लिए कहा जाएगा, तो मैं स्वतंत्रता को चुनूंगा। पिछले 24 घंटों में बहुत कुछ हुआ है, जिससे कुछ लोगों को चिंता हुई है और कई को भ्रम हुआ है। आईएनएक्स मीडिया मामले में, मुझ पर किसी भी अपराध का आरोप नहीं लगाया गया है और न ही मेरे परिवार के किसी अन्य सदस्य पर है। ईडी या सीबीआई द्वारा सक्षम अदालत के सामने कोई चार्जशीट दायर नहीं की गई है। मुझे फंसाया गया है।

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