रांची: पूर्व CM रघुवर दास ने सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। शुक्रवार को प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार कोयला चोर, बालू चोर और पत्थर चोर है। जल, जंगल और जमीन के नारे की आड़ में सत्ता पर काबिज होने के बाद वे इन्हीं का सौदा कर रहे हैं।राज्य में बालू, पत्थर, कोयला व खनिज पदार्थों, जंगल कटाई का अवैध धंधा खुलेआम चल रहा है।

यह सारा काम राज्य के एक परिवार के संरक्षण में हो रहा है। रघुवर दास ने कहा कि संथाल परगना में बालू व पत्थर का अवैध धंधा एक भाई के जिम्मे आ गया है, वहीं कोयले का अवैध काम दूसरे भाई के संरक्षण में चल रहा है। इसमें अधिकारियों की भी मिलीभगत है।रघुवर दास ने आरोप लगाया है कि मौजूदा सरकार में बालू घाटों की नीलामी के मामले में भी काफी बड़ा घोटाला किया गया है।

जामा के भूरभूरी नदी से रोजाना 20 लाख रुपये से ज्यादा की बालू सरकार के संरक्षण में बाहर भेजी जा रही है।25 माह बीत जाने के बाद भी बालू घाटों का पट्‌टों की समस्या का निष्पादन नहीं किया गया है, ताकि बालू का अवैध उठाव हो सके।

रघुवर दास ने CM के छोटे भाई और दुमका के विधायक पर भी गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दुमका जिले में जितने रेलवे साइडिंग हैं, उस साइडिंग से माल भेजने के लिए स्थानीय विधायक के गुर्गों की अनुमति के बिना कोई ढुलाई नहीं हो सकती है। इन लोगों ने दो नई कंपनी प्रगति इंफ्रा (पीडीटीआइ) व कौशल किशोर सिंह (केकेएस) बनाई है। इन्हीं दो कंपनी के नाम से इंडेंट करना होता है, नहीं तो प्रेषण (ढुलाई) नहीं होगा। रेलवे के प्रेषण पंजी से भी इस बात की पुष्टि की जा सकती है.

सरकारी कंपनियों को कोयला नहीं निकालने दिया जा रहा
हेमंत सरकार के कोयले के काले कारोबार में भी हाथ काले हैं। कोयले में माफियाओं का ऐसा नियंत्रण है कि राज्य में सरकारी कंपनियों को भी कोयला नहीं निकालने दिया जा रहा है। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने भी झारखंड में हो रहे कोयला चोरी पर चिंता जताते हुए इसपर अंकुश लगाने की बात कही। उन्हें कहना पड़ा कि कोयला चोरी से सरकार और कंपनी को नुकसान हो रहा है।

Share.
Exit mobile version