Sharda Sinha : बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबियत में लगातार गिरावट आ रही है. शारदा को दिल्ली के एम्स अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है, और उनके बेटे अंशुमन ने हाल ही में एक लाइव वीडियो के जरिए उनके स्वास्थ्य का अपडेट दिया. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म भूषण पुरस्कार विजेता गायिका शारदा सिन्हा की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी ली. उन्होंने उनके बेटे अंशुमान सिन्हा को फोन किया और उनके इलाज के लिए हर तरह की सहायता का आश्वासन दिया. अंशुमान सिन्हा ने पुष्टि की है कि वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. अंशुमन ने बताया कि उनकी मां की स्थिति गंभीर है और डॉक्टर्स अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने सभी से उनकी जल्दी स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करने की अपील की और किसी भी गलत जानकारी के प्रसार से बचने की सलाह दी.

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बेटे अंशुमन ने किया भावुक पोस्ट

अंशुमन ने भावुक होते हुए कहा, “यह सच्ची खबर है कि मां वेंटिलेटर पर हैं. मैंने अभी हाल ही में कंसेंट साइन किया है. हम सब को प्रार्थना करनी चाहिए कि वे इस मुश्किल घड़ी से बाहर आ सकें. डॉक्टर्स ने बताया है कि उनकी हालत अचानक बिगड़ी है, लेकिन हम सब की कोशिश है कि वे जल्दी ठीक हो जाएं.” उन्होंने कहा, “हम सब छठी मां से प्रार्थना करते हैं कि हमारी मां को और समय मिले, ताकि वे और हमें अपना संगीत दे सकें.”

लोक संगीत छठ पर्व के गीतों से मिली पहचान

शारदा सिन्हा का नाम खासकर छठ पूजा के गीतों से जुड़ा हुआ है, जो उनकी विशेष पहचान का हिस्सा बने हैं. बिहार के समस्तीपुर में 1 अक्टूबर 1952 को जन्मी शारदा का संगीत करियर 1980 के दशक में शुरू हुआ था. वे एक संगीत परिवार से आती थीं और बचपन से ही शास्त्रीय संगीत की शिक्षा प्राप्त की थी. शारदा ने भोजपुरी और मैथिली में कई लोकप्रिय लोक गाने गाए, लेकिन छठ पूजा के गीतों के लिए उन्हें खासा प्रसिद्धि मिली. शारदा सिन्हा ने न सिर्फ लोक संगीत में बल्कि बॉलीवुड में भी अपनी आवाज़ दी है. उन्होंने सलमान खान की फिल्म मैंने प्यार किया” के गाने कहे तो से सजना” और हम आपके हैं कौन” में बाबुल” जैसे गीतों में भी अपनी आवाज़ दी. इसके अलावा, अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर 2″ के तार बिजली से पतले” गाने में भी उनकी आवाज़ थी.

सम्मान और उपलब्धियाँ

अपने संगीत के योगदान के लिए शारदा सिन्हा को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले हैं. 1992 में उन्हें पद्मश्री, 2006 में पद्मभूषण और 2018 में पद्मविभूषण जैसे सम्मान मिल चुके हैं. शारदा सिन्हा के स्वास्थ्य के बारे में आई इस खबर से उनके फैंस गहरे दुख में हैं. सोशल मीडिया पर लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं, और छठ पर्व के दौरान उनकी प्रार्थना में शामिल कर रहे हैं. उनकी कला और संगीत के प्रति उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और हर कोई उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है.

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