JoharLive Team
पटना/रांची : बिहार में बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रही है। बाढ़ से लोगों की समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। वहीं राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या अब तक लगभग 200 हो गई है। मौत का यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। वहीं 13 जिलों में 88।46 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अब भी कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कोसी, बूढ़ी गंडक, बागमती, परमान और अधवारा समूह की नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वहीं, महानंदा नदी भी कटिहार में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ से सबसे ज्यादा 37 लोगों की मौत सीतामढ़ी में हुई है। मधुबनी में 30, अररिया (12), दरभंगा (12), शिवहर (10), पूर्णिया (9), किशनगंज (7), मुजफ्फरपुर (4), सुपौल (3), पूर्वी चंपारण (2) और सहरसा में एक व्यक्ति की मौत हुई है। सरकारी आंकड़ों की बात करें तो बिहार सरकार ने अब तक 127 लोगों के मौत की पुष्टि की है। आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि राज्य में 13 जिलों की 1,260 पंचायतों के 111 प्रखंडों में 88।46 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।