JoharLive Desk
नयी दिल्ली : बिहार और उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों हुई भारी बारिश से गंगा समेत कई नदियों में उफान से कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं और इसके कारण अबतक 142 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश के अवध और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिसंख्य इलाकों में पिछले पांच रोज से रूक रूक कर हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने मानसून के दस अक्टूबर तक सक्रिय रहने का अनुमान जताया है।
बारिश के कारण कई इलाकों में घाघरा,राप्ती और शारदा समेत कई नदियों का जलस्तर खतरे का निशान को पार कर चुका है। बाढ़ और वर्षाजनित हादसों में राज्य भर में इस दौरान करीब 100 लोग अपनी जान गंवा चुके है जबकि तटवर्ती इलाकों में गुजर बसर कर रही हजारों की आबादी ने सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर लिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों की छुट्टियां निरस्त कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्राें में राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं।
बिहार में पिछले दिनों हुई भारी बारिश से गंगा समेत नौ नदियों में उफान से जहां पंद्रह जिले बाढ़ की चपेट में है वहीं इस दौरान करीब 42 लोगों की मौत हो चुकी है।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि भारी बारिश से गंगा, सोन, पुनपुन, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला-बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी के जलस्तर में वृद्धि से पटना, भोजपुर, भागलपुर, नवादा, नालंदा, खगड़िया, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, बक्सर, कटिहार, जहानाबाद, अरवल और दरभंगा जिले में आई बाढ़ से कुल 786 गांव की 1709667 आबादी प्रभावित हुई है। इससे राज्य में करीब 42 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हुये हैं।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी दीघाघाट में 44 सेंटीमीटर, गांधीघाट में 106, हाथीदह में 90, मुंगेर में 24, भागलपुर में 71, कहलगांव में 117, सोन नदी मनेर में 85, पुनपुन नदी श्रीपालपुर में 258, बूढ़ी गंडक नदी खगड़िया में 167, बागमती नदी रुन्नी सैदपुर में 113, कमला-बलान नदी झंझारपुर में 34, कोसी नदी बलतारा में 162 एवं कुरसैला में 158, महानंदा ढेंगराघाट में 56 एवं झावा में 48 तथा परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
इस बीच मौसम विभाग ने बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में अगले 24 घंटे में बारिश हो सकती है।