लखीमपुर खीरी: यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में शारदा और घाघरा नदी में बाढ़ का सितम जारी है. खीरी जिले के करीब 200 से अधिक गांवों में बाढ़ ने तबाही मचाई है. वहीं, बनबसा बैराज से रिलीज किए गए पानी से शारदा नदी की बाढ़ का कहर ग्रामीण झेल ही रहे थे. ऐसे में पलिया, बिजुआ, निघासन, धौरहरा इलाके के करीब 200 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. जहां लोग छतों, सड़कों और अन्य ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं.
लोगों तक पहुचाया जा रहा हैं खाने पीने का पैकेट
वहीं, लखीमपुर खीरी प्रशासन की ओर से पीड़ितों के लिए खाने के पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं. उधर पानी के तेज बहाव से पलिया-भीरा मार्ग कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे आवागमन भी पूरी तरह से बंद हो गया है. साथ ही निघासन तहसील क्षेत्र के गांव दौलतापुर, सूरजी पुरवा, बोटन पुरवा, कोरियाना, हुलासी पुरवा, छेदुई पतिया के गांव छेदुई, भदुरैहिया गदियाना, सिसवारा, गदियाना, खालेपुरवा, मुन्नापुरवा, मोती पुरवा, समाधान पुरवा, बस्ती पुरवा, हक्कलपुर आदि बल्लीपुर व मुर्गहा सहित कई अन्य गांव भी बाढ़ से प्रभावित हैं.
टापू में तब्दील हुए गांव
कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. ग्रामीणों के पास घर में सब्जियां नहीं रह गई हैं. आवागमन पूरे तरीके से बाधित हो गया है. जहां दिन हो या रात ग्रामीण छतों पर बैठकर जीवन यापन कर रहे हैं. वहीं, बाढ़ का पानी अब पलिया नगर से बॉर्डर गौरी फंटा जाने वाले मार्ग पर बढ़ रहा है, जिसकी वजह से मार्ग प्रशासन द्वारा आवागमन को पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है
ग्रामीणों ने बताया कि अभी पिछले दो महीने पूर्ण भी बाढ़ का कहर जारी हुआ था, जिसमें वह काफी बर्बाद हो गए थे, लेकिन एक बार फिर आने वाली बाढ़ की वजह से उनके हालात बद से बदतर हो चुके हैं और अब उनको अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है.