रांची : भाई बहन के अटूट प्रेम व स्नेह का त्योहार करम पर्व का उल्लास उस समय मातम में बदल गया, जब करम डाली विसर्जित करने गए पांच बच्चे नदी की तेज धार में बह गए. दो अलग-अलग जगहों पर हुए इन हादसों से पर्व की खुशी मातम में बदल गई है. मृतकों के परिजनों और आसपास के लोगों में कोहराम मचा हुआ है. पहली घटना हजारीबाग के चौपारण प्रखंड के ओबरा गांव की है, जहां तीन बच्चियां मंगलवार को बराकर नदी के तेज धार में बह गईं, तीनों गांव की अन्य महिलाओं के साथ नदी में करमा की डाली विसर्जन करने गई थीं. इसी बीच पैर फिसल गया और तीनों तेजधार पानी में बह गईं. सूचना के बाद प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है, रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
धनबाद में दो बच्चों की डूबकर मौत
इधर, धनबाद के बाघमारा थाना क्षेत्र से भी दिल दहलाने वाली घटना हो गई, जहां कतरास स्थित मारिगढ़ डैम में दो बच्चों की डूबकर मौत हो गई. बताया गया कि कतरा के राजकुमार (10 वर्ष) और सोनी कुमारी (14 वर्ष) करम विसर्जन करने माटिंग डैम पहुंचे थे, इसी दौरान गहरे पानी की ओर दोनों बच्चे चले गए, जिसके बाद डूबकर मौत हो गई.
क्या है मामला
बता दें कि हादसा बाघमारा थाना क्षेत्र के जमुनिया नदी में हुआ, जहां करम डाली विसर्जन के दौरान दो बच्चे डूब गए. बताया जा रहा है कि पांच बच्चे करम डात विसर्जन के लिए नदी में उतरे थे. करम डाल विसर्जन के दौरान गहरे पानी में चले जाने के कारण सभी डूब गए. लोगों की नजर पड़ने के बाद उन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया. इनमें से दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया है. वहीं, घटना के बाद पूरे इलाके में मातम का माहौल है.