रांचीः जोहार लाइव डॉट कॉम ने पहले ही आगाह किया था कि किसी भी नदी का पानी सेफ नहीं है. खासकर जानवरों और मछलियों के लिए. पानी के प्रदूषित होने के कारण मछलियां मर रही हैं. जानवरों को भी कई तरह की बीमारियां हो रही हैं. रिपोर्ट के अनुसार जानवरों और मछलियों के लिए पानी में बायलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड की मात्रा 1.2 मिलीग्राम से कम होनी चाहिये. जबकि झारखंड की नदियों में इसकी मात्रा सात मिलीग्राम प्रति लीटर से लेकर 1.5 मिलीग्राम प्रति लीटर तक है. इस वजह से काफी संख्या में मछलियां मर रही हैं और जानवरों को भी कई तरह की बीमारियां हो रही है. अब ताजा मामला गेतलसूद डैम का है जहां आक्सीजन लेवल कम हो गया है. वहीं पानी प्रदूषित हो चुका है. हैरान करने वाली बात यह है कि अब तक डैम में 11 लाख से अधिक मछलियां मर गई हैं. अब मरी हुई मछलियों के  दुर्गंध से ग्रामीणों का सांस लेना दूभर हो रहा है. वहीं लोगों का कहना है कि कारखानों का गंदा पानी डैम में छोड़ा जा रहा है.

 

 

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