रांची: सदर अस्पताल के सर्जरी विभाग की टीम ने हाल ही में पाइलोनिडल साइनस की सर्जरी एक नई विधि से की, जिसे लिमबर्ग फ्लैप कहा जाता है. यह सर्जरी 18 वर्षीय मरीज पर की गई, जो नामकुम के रहने वाले थे और पिछले एक साल से पीठ के निचले हिस्से से पानी बहने की समस्या से जूझ रहे थे. सर्जरी के बारे में जानकारी देते हुए डॉक्टर अजीत कुमार ने बताया कि पाइलोनिडल साइनस एक ऐसी स्थिति है जिसमें पीठ के निचले हिस्से में एक इंफेक्शन होता है, जो आमतौर पर उन लोगों में ज्यादा पाया जाता है जिनके पीठ और निचले हिस्से में बाल अधिक होते हैं। यह बीमारी विशेष रूप से उन लोगों को होती है, जो लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहते हैं, जैसे विद्यार्थी, ड्राइवर, और टेलर आदि.
उन्होंने बताया कि इस बीमारी के इलाज की कई विधियां हैं, लेकिन लिमबर्ग फ्लैप सर्जरी सबसे प्रभावी मानी जाती है. इस विधि में खराब भाग को काटकर हटा दिया जाता है और उसके स्थान पर पास के स्वस्थ चमड़े को लगाया जाता है, जिससे दोबारा इंफेक्शन होने का खतरा कम होता है. अन्य सर्जरी विधियों में इस बीमारी के दोबारा होने का जोखिम अधिक रहता है. इस सर्जरी में डॉक्टर अजीत कुमार के साथ एनेस्थेटिस्ट डॉक्टर विकास बल्लभ, सिस्टर नेली, ओटी असिस्टेंट सुशील और मोहित सिन्हा सहित सर्जिकल टीम मौजूद थी.