Joharlive Team

रांची। कुख्यात अमन साव की गिरफ्तारी पुलिस महकमे से लेकर आम लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। जिस कुख्यात अपराधी अमन की खोजबीन में करीब डेढ़ माह तक झारखंड पुलिस के कई होनहार डीएसपी और इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी बिहार, नेपाल में खाक छानते रह गए। जब उनको अमन चकमा देकर काठमांडू से पोखरा फरार हो गया। तो, फिर इस बार धुर्वा के सखुआ बगान से इतने आराम से कैसे पकड़ा गया। सूत्र बताते है कि कुख्यात अपराधी अमन साव को नेपाल में संरक्षण दिलवाने वाले व्यक्ति को पहले नेपाल पुलिस ने पकड़ा। जिसके बाद पकड़े गए व्यक्ति के इनपुट पर रांची पुलिस को यह उपलब्धि मिली। बताया जाता है कि नेपाल में अमन को सरंक्षण दिलवाने वाला व्यक्ति डोरंडा का रहने वाला है। उसने अपने एक प्रतिष्ठित रिश्तेदार के जरिये नेपाल में अमन को छिपने का ठिकाना उपलब्ध कराया था। कुख्यात अमन की गिरफ्तारी में रांची पुलिस द्वारा प्रेसवार्ता में बहुत कुछ दबाया गया है। जल्द ही उन सारी बातों की जानकारी जोहार लाइव के जरिये पढ़ने को मिलेगा।

दरभंगा का सीताराम हर समय रहता था नेपाल में
सूत्रों के अनुसार कुख्यात अमन साहु को नेपाल में होटल रॉयल एम्पायर बुटीक में छिपने का ठिकाना मिला था। जबकि, नेपाल में अमन के साथ हर समय सीताराम पॉवदार रहता था। यह व्यक्ति दरभंगा का रहने वाला है। कुख्यात अमन को घर, गाड़ी से लेकर हर चींज की व्यवस्था सीताराम करता था। इसके लिए सीताराम को निर्देश प्राप्त था।

एके-47 रखने वाला अमन के पास एक भी गोली नहीं
कुख्यात अपराधी अमन साहु जिसका आतंक छह जिलों में बरकरार है। एके-47 को एक हाथ से चलाने वाले के पास से रांची पुलिस को एक पीस गोली तक नहीं मिला। इसके पिछे का भी माजरा कई लोगों को समझ नहीं आया है।

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