रांची। बच्ची की ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोप में देवघर में पोस्टेड एक्जीक्यूटिव इंजीनियर जीतेंद्र पासवान हिरासत में हैं। इस मामले में सीडब्ल्यूसी से निर्देश आने के बाद पुलिस एफआइआर दर्ज करेगी। गौरतलब है कि बीते मंगलवार को जितेंद्र पासवान बच्ची को लेकर विमान से दिल्ली जा रहे थे। सूचना मिलने के बाद एयरपोर्ट थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को हिरासत में लिया था। जबकि बच्ची को रेस्क्यू कर चाइल्डलाइन को सौंप दिया था।

झाड़ू-पोछा का काम कराने के लिए जबरन ले जा रहा था दिल्ली

रांची एयरपोर्ट से ग्रामीण विकास विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर जीतेंद्र पासवान के पास से रेस्क्यू की गई 15 साल की नाबालिग बच्ची का ट्रैफिकिंग हो रहा था। उसे झाड़ू-पोछा का काम कराने के लिए जबरन दिल्ली ले जाया जा रहा था। जबकि बच्ची को बीते पांच मार्च को ही देवघर से रांची लाया गया था। यहां चार दिनों तक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने अपने रातू रोड हेहल स्थित अपने घर पर रखा। यहां, झाड़ू पोछा भी करवाया गया। इसके बाद किसी डाक्टर साहब के पास दिल्ली भेजा जा रहा था। उक्त बातें पीड़िता ने बुधवार को सीडब्ल्यूसी के समक्ष अपने बयान में बताई। उसे एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया। बच्ची अपने बयान में बताई कि उसे जबरन दिल्ली ले जाया जा रहा था। उसे एयरपोर्ट ले जाया गया, इसके बाद फ्लाइट में बैठाया गया। फ्लाइट में बैठने के बाद बच्ची अचानक उठ गई और बोली मैं नहीं जाउंगी। इसके बाद इंजीनियर से थोड़ी नोंक-झाेंक भी हुई। इससे फ्लाइट के कर्मियों को शक हुआ तो, सुरक्षाकर्मियों को सूचना दी गई। इसबीच बच्ची को एक महिला ने मदद भी की।

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